गांधीनगर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने के नाम से ऑनलाइन साइट कंपनी का मैसेज भेजा गया था। पीडि़ता ने कंपनी द्वारा दिए गए नंबरों पर संपर्क करने पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा अलग-अलग नंबरों से कॉल कर पीडि़ता को एक्सिस बैंक में नौकरी लगवाने एवं और अधिक पैसे देने पर शाखा प्रबंधक बनाए जाने का झांसा दिया गया था।
पीडि़ता ने झांसे में आकर दिए गए नंबरों पर करीब 1 लाख 38 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किया था। ठगी का शिकार होने पर महिला ने इसकी रिपोर्ट गांधीनगर थाने में दर्ज कराई थी। पीडि़ता की रिपोर्ट पर गांधीनगर पुलिस द्वारा मामले की विवेचना की जा रही थी।
साइबर ठगी के मामले को देखते हुए आईजी अजय यादव व एसपी भावना गुप्ता द्वारा साइबर अपराध के विरुद्ध ऑपरेशन साइबर क्लीन चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में दूसरे राज्य जाकर आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए थे।
थाना प्रभारी गांधीनगर एवं थाना प्रभारी साइबर सेल निरीक्षक मोहम्मद कलीम खान के नेतृत्व में एक विशेष टीम दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश रवाना की गई थी।
नोएडा के कमर्शियल बिल्डिंग में दी गई दबिश
सरगुजा पुलिस की टीम द्वारा लगातार आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाकर एवं मुखबिर लगाकर अपने सूचना तंत्र के साथ-साथ तकनीक आधार पर आरोपियों के लोकेशन एवं आरोपियों के रहने वाले स्थानों के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई।
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नोएडा के कमर्शियल बिल्डिंग में दी गई दबिश
सरगुजा पुलिस की टीम द्वारा लगातार आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाकर एवं मुखबिर लगाकर अपने सूचना तंत्र के साथ-साथ तकनीक आधार पर आरोपियों के लोकेशन एवं आरोपियों के रहने वाले स्थानों के संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई।
पूरी जानकारी प्राप्त कर टीम द्वारा सेक्टर 6 नोएडा के बिजनेस सेंटर के एक कमर्शियल बिल्डिंग में दबिश दी गई। यहां बैठकर आरोपियों द्वारा लाइव कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था। पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय गैंग के 3 सदस्यों को पकडऩे में सफलता मिली।
इस तरह करते थे ठगी
पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के अंकित चौहान निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश, टिंकू कुमार निवासी अशोकनगर दिल्ली, अनिल कुमार निवासी ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश को हिरासत में लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा अलग-अलग सेक्टर में नौकरी लगाने वाली ऑनलाइन साइट के माध्यम से जॉब देने वाली कंपनियों के डाटा लाकर बेरोजगारों को झांसे में लेते थे।
इसके बाद उनसे धोखाधड़ी की जाती थी। आरोपियों ने सरगुजा की एक महिला से भी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अंबिकापुर न्यायालय में पेश किया, यहां से उन्हें जेल दाखिल कर दिया गया। कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक सन्तोष तिवारी, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक कुंदन सिंह, आरक्षक अंशुल शर्मा, विकास मिश्रा व विशाल पाठक शामिल रहे।
काफी संख्या में मोबाइल व सिम कार्ड बरामद
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अलग-अलग 17 नग मोबाइल, 20 से अधिक सिम, 10 से अधिक एटीएम कार्ड, 20 हजार रुपए, 20 हजार से अधिक विभिन्न नौकरी पाने वाले लोगों के संबंध में उनके मोबाइल नंबर एवं डाटा व लैपटॉप बरामद किया है।