शहर के मिशन चौक केदारपुर निवासी विनोद गुप्ता अपनी बेटियों की नौकरी लगवाना चाह रहा था। इसकी पूर्व से शहर के ही संजय गुप्ता व किशोर गुप्ता से जान-पहचान थी। इन दोनों ने विनोद गुप्ता से दोनों बेटियों की नौकरी लगवा देने की बात कही थी।
इसके लिए दोनों आरोपियों ने विनोद गुप्ता से नगद 7 लाख व 3 लाख रुपए बैंक खातों के माध्यम से लिए थे। रुपए लेने के बाद भी जब नौकरी नहीं लगी तो विनोद गुप्ता ने दी गई रकम वापस मांगी, लेकिन आरोपियों ने रुपए लौटाने से इनकार कर दिया।
इसके बाद विनोद गुप्ता ने फरवरी माह में गांधीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की जांच करते हुए गांधीनगर पुलिस ने एक आरोपी संजय गुप्ता 54 वर्ष निवासी जैन बेकरी गली मिशन चौक, केदारपुर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं किशोर गुप्ता फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
मंत्रालय में जान पहचान का दिया था झांसा
प्रार्थी विनोद गुप्ता की दोनों आरोपियों से पूर्व से जान-पहचान थी। वहीं दोनों आरोपियों ने मंत्रालय में जान-पहचान होने का झांसा विनोद गुप्ता को दिया था। इसके झांसे में आकर वह अपनी बेटी की नौकरी लगवाने के लिए 10 लाख रुपए दे दिए थे। इसके बाद दोनों आरोपियों ने न तो नौकरी लगवाया और न ही रुपए वापस कर रहे थे।