गौरतलब है कि अंबिकापुर जिला न्यायालय के सामने नो वेंडिंग जोन में ठेला लगाने की बात पर ईरानी समुदाय के व्यक्ति से एक नाबालिग का किसी बात को लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते समुदाय के 1 दर्जन महिला-पुरुष व युवा मौके पर पहुंच गए नाबालिग से मारपीट शुरु कर दी।
महिला ने नाबालिग को चप्पल से पीटा, जबकि एक युवक ने फाइटर से उसपर हमला किया। इस दौरान नाबालिग का परिचित ऑटो चालक मौके पर बीच-बचाव करने पहुंचा तो उसके साथ भी जमकर मारपीट की गई।
आधे घंटे तक मौके पर बवाल मचा रहा। मौके पर ट्रैफिक कर्मी भी पहुंचे और मारपीट शांत करवाने का प्रयास किया। बाद में दोनों पक्ष कोतवाली पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
कोर्ट के सामने मारपीट लेकिन नहीं पहुंची पुलिस
मामला चाहे जो भी हो, जिला न्यायालय के सामने व आसपास का क्षेत्र काफी संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, वहां इस तरह की मारपीट होना कई सवालों को जन्म देता है। आधे घंटे तक वहां मारपीट चलता रहा, लेकिन मौके पर पुलिस का न पहुंचना भी एक सवाल है।
मामला चाहे जो भी हो, जिला न्यायालय के सामने व आसपास का क्षेत्र काफी संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, वहां इस तरह की मारपीट होना कई सवालों को जन्म देता है। आधे घंटे तक वहां मारपीट चलता रहा, लेकिन मौके पर पुलिस का न पहुंचना भी एक सवाल है।
दुकान लगाने को लेकर हमेशा होता है विवाद
जिला न्यायालय के सामने व आसपास के क्षेत्र में ठेला दुकान लगाने को लेकर हमेशा विवाद की स्थिति निर्मित होती है। नो वेंडिंग जोन होने के बाद भी वहां दर्जनों की संख्या में पूरे दिन ठेले-गुमटी लगे रहते हैं। बेतरतीब दुकानों की वजह से उक्त मार्ग पर जाम की स्थिति भी निर्मित होती है।