वहीं युवक के माता-पिता को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि सांसद पुत्र ने 2 महीने पूर्व वाहन में भरकर भाजपा नेता की पिटाई करने बिश्रामपुर पहुंचा था। वह अपने सांसद पिता के खिलाफ सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार से गुस्सा था।
भाजपा सांसद कमलभान सिंह के गृहग्राम मेें चल रही शासकीय योजनाओं व उनके समर्थकों द्वारा किए जा रहे कामों की शिकायत करना किसी को भी भारी पड़ सकता है। ऐसा ही कुछ मामला सोमवार को सामने आया है। ग्राम जमगला निवासी राजेश गुप्ता जो किराना दुकान भी संचालित करता है। उसने ३ मई को ग्रामीणों के कहने पर नल-जल योजना की खबर प्रकाशित कराई थी।
खबर में लिखा गया था कि अब तक गांव के लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सका है। इस खबर से बौखलाए सांसद के पुत्र देवेन्द्र सिंह ने 8 मई को उसे मोबाइल पर धमकी दी थी। इस पर राजेश नेबाद उसने माफी भी मांग ली थी। मांफी मांगने के बाद राजेश गुप्ता को सांसद पुत्र ने कहा कि मेरे से बिना पूछ ग्राम जमगला की शिकायत अथवा मेरे साथियों द्वारा किए जा रहे काम की कोई भी खबर प्रकाशित नहीं करवाना।
इधर गांव के लोगों ने नल-जल योजना का लाभ नहीं मिलने पर एक बार फिर से उसने खबर प्रकाशित करा दी, जो सांसद पुत्र को नागवार गुजरी। इसके बाद सांसद पुत्र 25 जून की दोपहर करीब 3 बजे अपनी गाड़ी में कुछ लोगों के साथ राजेश गुप्ता के घर महुआटिकरा पहुंचा। उसने राजेश गुप्ता को फोन करके पूछा, कहां हो? फिर उसे घर के पास बुलाया।
इस दौरान आवाज सुनकर राजेश गुप्ता के पिता दूहन राम भी आवाज सुनकर बाहर निकल आया। उसने राजेश को चिल्लाकर कहा कि ये लोग तुम्हें मारेंगे, भाग जाओ। आवाज सुनकर राजेश जैसे ही भागने लगा, सांसद पुत्र देवेन्द्र सिंह ने अपने साथियों से कहा कि उसे पकड़ो और गाड़ी में डालो। इसके बाद 2 युवक वाहन से उतरे और राजेश गुप्ता को दौड़ाने लगे। पकड़ में आते ही उसकी पिटाई शुरु कर दी।
माता-पिता को पुलिस के बेल्ट से पीटा
बेटे की पिटाई होता देख उसके पिता ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया और किसी तरह अपने पुत्र को सांसद पुत्र से छुड़ाकर वहां से भगाया। इससे नाराज होकर देवेन्द्र सिंह ने दुहन राम की आरक्षक के बेल्ट से पिटाई शुरू कर दी। यह देख उनकी पत्नी जानकी देवी भी वहां पहुंच गई और उन्होंने पैर पकड़ कर छोडऩे की गुहार लगाई। लेकिन सांसद पुत्र को रहम नहीं आया और उसने जानकी देवी की जमकर बेल्ट से पिटाई कर दी।
इससे उसका सिर फट गया। इसके बाद भी पिटाई जारी रही। बाद में अचेत स्थिति में दोनों को छोड़कर सांसद पुत्र अपने साथियों के साथ वहां से निकल गया। बाद में परिजन ने पहुंच जानकी देवी व दुहन राम को लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। यहां उनका प्राथमिक इलाज करने के बाद अंबिकापुर रेफर कर दिया गया। जानकी देवी के सिर में गम्भीर चोटें आई हैं तथा सिर में तीन टांके लगे हैं। सीटी स्केन भी कराया गया है।
कहां से आया पुलिस का बेल्ट?
सांसद पुत्र देवेन्द्र सिंह ने छत्तीसगढ़ पुलिस का बेल्ट पकड़ा हुआ था। उससे ही राजेश गुप्ता के पिता व माता की जमकर पिटाई की। जब तक बेल्ट टूट नहीं गया, तब तक देवेन्द्र सिंह दोनों को पीटता रहा। पुलिस का बेल्ट उसके हाथ में कहां से आया, यह पता नहीं चल सका है।
पुलिस ने लगाईं मामूली धाराएं
इधर लखनुपर पुलिस ने शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया है। पुलिस ने सांसद पुत्र देवेंद्र सिंह व उसके दोस्त शिवप्रताप सिंह के खिलाफ महज 294, 3, 506 व 34 के तहत जुर्म दर्ज कर अपनी औपचारिकता पूरी कर ली है। जबकि जानकारों के अनुसार इसमें गम्भीर धाराएं लगनी चाहिए थीं।
योजनाबद्ध तरीके से किया हमला
इस संबंध में अधिवक्ता संजय अंबष्ट का कहना है कि सांसद के पुत्र ने योजनाबद्ध तरीके से घर में घुसकर बुजुर्गों की पुलिस के बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की। इस हमले में बुजुर्गोँ की जान भी जा सकती थी। यह जानते हुए भी उसने मारपीट की। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का जुर्म दर्ज होना चाहिए। पुलिस बेल्ट उसके पास कहां से आया, उस पर भी जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
कार्रवाई होनी चाहिए
ऐसा नहीं होना चाहिए। मेरे पुत्र ने गलत किया है। मारपीट करने वाला कोई भी हो फिर वह सांसद का या मंत्री का बेटा हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
कमलभान सिंह, सांसद
ऐसा नहीं होना चाहिए। मेरे पुत्र ने गलत किया है। मारपीट करने वाला कोई भी हो फिर वह सांसद का या मंत्री का बेटा हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
कमलभान सिंह, सांसद
पुलिस का बेल्ट सांसद पुत्र के पास कहां से आया यह जांच का विषय
शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का बेल्ट सांसद पुत्र के पास कहां से आया यह जांच का विषय है। क्योंकि सांसद के साथ पुलिस भी फालो गार्ड के रूप में रहते हैं।
एसके केरकेट्टा, टीआई लखनपुर
शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का बेल्ट सांसद पुत्र के पास कहां से आया यह जांच का विषय है। क्योंकि सांसद के साथ पुलिस भी फालो गार्ड के रूप में रहते हैं।
एसके केरकेट्टा, टीआई लखनपुर