इस पूरे मामले की जानकारी एसआई (SI) के भाई को होने पर उसने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरा भाई पुलिस विभाग में एसआई के पद पर है। उसके नाम पर फर्जी फेसबुक प्रोफाइल (Facebook crime) बनाकर एक युवक युवती के साथ गाली गलौज व अमर्यादित बात कर रहा था। इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।
एक युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मेरा भाई पुलिस विभाग में एसआई के पद पर है। उसके नाम पर फर्जी फेसबुक प्रोफाइल (Facebook crime) बनाकर एक युवक युवती के साथ गाली गलौज व अमर्यादित बात कर रहा था। इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।
पुलिस ने जांच का जिम्मा साइबर सेल को दिया। पुलिस को जांच में जानकारी मिली की उक्त प्रोफाइल सार्थक मिश्रा के नाम से बना है। इसमें मोबाइल नंबर पाए जाने से संबंधित मोबाइल धारक की जानकारी प्राप्त की गई।
पुलिस को पता चला कि उक्त मोबाइल नंबर कतकालो निवासी राघवेन्द्र कुमार पिता अयोध्या प्रसाद दुबे का है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म करना कबूल कर लिया।
पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
युवक द्वारा जुर्म स्वीकार कर लिए जाने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल (Imprisonment) भेज दिया है। कार्रवाई में कोतवाली टीआई भारद्वाज सिंह, प्रमोद पांडेय, डाकेश्वर सिंह, अरविन्द उपाध्याय, संजीव चौबे, सत्येन्द्र दुबे, आदेश कुमार की भूमिका रही।
पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
युवक द्वारा जुर्म स्वीकार कर लिए जाने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल (Imprisonment) भेज दिया है। कार्रवाई में कोतवाली टीआई भारद्वाज सिंह, प्रमोद पांडेय, डाकेश्वर सिंह, अरविन्द उपाध्याय, संजीव चौबे, सत्येन्द्र दुबे, आदेश कुमार की भूमिका रही।