आई फ्लू से पीडि़त इन छात्रों का इलाज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता के मार्गदर्शन में डॉ. रंजन टोप्पो नेत्र रोग विशेषज्ञ की टीम द्वारा आई ड्रॉप, ऑइन्टमेंट, खाने की दवाएं उपलब्ध कराई गर्इं।
विकासखण्ड स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएन गुप्ता द्वारा नेत्र सहायक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, कि सभी आवासिय विद्यालय में जाकर संक्रमित बच्चों की जांच व सामान्य उपचार तत्परता से करें। वहीं आम लोगों को आई फ्लू से बचने के लिये डॉ. रजत टोप्पो नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा विभिन्न सुझाव व सामान्य उपचार बताए गए हंैं।
आई फ्लू के सामान्य लक्षण
आंख मे चुभन, पानी आना, हल्का दर्द के साथ लाल होना, कभी-कभी हल्का बुखार व छींक आना, सामान्य आई फ्लू के लक्षण हैं।
ये हैं बचाव के तरीके
संक्रमित व्यक्ति अपने आंख में बार-बार हाथ लगाता है, कोशिश करें पीडि़त से हाथ न मिलाएं, उनके उपयोग किए किसी भी रूमाल, टॉवेल, चादर व तकिया का इस्तेमाल न करें। पीडि़त व्यक्ति अपने आंखों को बार-बार न छुएं व अपने हाथों को साफ रखें। पीडि़त व्यक्ति आंख की साफ कपड़े से हल्के गुनगुने पानी से सेकाई करें।
संक्रमित व्यक्ति हो सके तो काला चश्मा लगाएं। वहीं संक्रमित आंख को देखने से इस बीमारी के फैलने की धारणा केवल भ्रम है। यह बीमारी केवल सम्पर्क से ही फैलती है।
सामान्य उपचार
तुरंत सामान्य उपचार के लिए आई ड्रॉप का उपयोग दिन में एक-एक बूंद 5 बार कर सकते हैं। इस बार इंफेक्शन वायरल व बैक्टिरियल मिश्रित होने के कारण डॉक्टर की सलाह पर जरूरी दवाई लें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह लें, जिससे सही समय पर बचाव हो सके।
सामान्य उपचार
तुरंत सामान्य उपचार के लिए आई ड्रॉप का उपयोग दिन में एक-एक बूंद 5 बार कर सकते हैं। इस बार इंफेक्शन वायरल व बैक्टिरियल मिश्रित होने के कारण डॉक्टर की सलाह पर जरूरी दवाई लें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह लें, जिससे सही समय पर बचाव हो सके।