33 हाथियों का दल अंबिकापुर के आसपास विचरण कर रहा था। हाथियों का यह दल लुण्ड्रा की ओर से अंबिकापुर के समीप पहुंच गया है। लालमाटी, बधियाचुआं, बांकी डेम के आस पास हाथियों का दल तीन से चार दिनों से विचरण कर रहा है।
मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे हाथी निचले खेतों से चढक़र अंबिकापुर-रायगढ़ नेशनल हाइवे-43 मार्ग में आ गए। इससे एनएच में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद हाथी बधियाचुआं से होते हुए बांकी डेम के समीप शाम तक डटे हुए थे। हाथियों की निगरानी वन अमले द्वारा दिन के साथ रात में भी की जा रही है।
ड्रोन के जरिए भी की जा रही निगरानी
डीएफओ ने बताया कि बलरामपुर-राजपुर रेंज से जिले में पहुंचा हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस दल में लगभग 33 हाथी हैं। हाथियों के दल को लुण्ड्रा से वापस बलरामपुर अपने पारंपरिक मार्ग से जाना था। बीते शुक्रवार से हाथियों का दल लुण्ड्रा क्षेत्र में पहुंचा है। वन विभाग द्वारा 6 टीम गठित की गई है।
डीएफओ ने बताया कि बलरामपुर-राजपुर रेंज से जिले में पहुंचा हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस दल में लगभग 33 हाथी हैं। हाथियों के दल को लुण्ड्रा से वापस बलरामपुर अपने पारंपरिक मार्ग से जाना था। बीते शुक्रवार से हाथियों का दल लुण्ड्रा क्षेत्र में पहुंचा है। वन विभाग द्वारा 6 टीम गठित की गई है।
इसमें वन विभाग, पुलिस बल और हाथी मित्र शामिल हैं। वन विभाग द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है, साथ ही सघन निगरानी के लिए ड्रोन के जरिए भी नजर रखी जा रही है। वर्तमान में मार्ग बाधित होने के कारण हाथियों का दल गंझाडांड़, लालमाटी, बांसाझाल और सुमेरपुर वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है।
प्रभावित क्षेत्र में कर दी गई स्कूल की छुट्टी
एसडीएम लुण्ड्रा ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र में स्कूल की छुट्टी कर दी गई है। पीवीटीजी सर्वे को भी रोकने निर्देशित किया गया है। लोगों को सतर्क करते हुए जंगल की ओर न जाने की अपील की गई है।
वन विभाग द्वारा आम जन से अपील की गई है कि हाथियों के दल का मार्ग बाधित ना करें। हाथियों के दल को देखने व वीडियो बनाने के लिए नजदीक ना जाएं। शोर मचाकर और पटाखे फोडक़र उन्हें आक्रोशित ना करें। वे अपने पारंपरिक मार्ग से आवागमन करते हुए वापस बलरामपुर रेंज की ओर निकलेंगे।