उदयपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम महेशपुर के मुलकी पहाड़ (दलदलिया) वन विकास निगम के क्षेत्र क्रमांक 1945 में स्थित है। मुलकी पहाड़ पर पंडो जनजाति के 3 परिवार झोपड़ी (झाला) बनाकर पिछले 1 साल से निवास कर रहे हैं।
शुक्रवार की रात करीब 2 बजे 11 हाथियों का दल विचरण करता हुआ मुलकी पहाड़ स्थित भीखू राम पंडो 35 वर्ष की झोपड़ी के पास पहुंचा। इस दौरान भीखू राम अपनी पत्नी पत्नी मुन्नी 30 वर्ष के अलावा 4 बेटों मनोज 12 वर्ष, दिशु 11 वर्ष, देव सिंह 5 वर्ष, गुड्डू 1 वर्ष व पुत्री काजल 5 वर्ष के साथ सो रहा था।
हाथियों के आने की आहट पाकर भीखू राम व उसकी पत्नी की नींद खुल गई। हड़बड़ी में वे पुत्र मनोज व दुधमुंहे गुड्डू को लेकर वहां से भाग निकले। जबकि 5 वर्षीय देव सिंह पास में ही कहीं छिप गया।
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2 मासूमों को हाथियों ने मार डाला
नींद में होने की वजह से भीखू राम पंडो का 11 वर्षीय पुत्र दिशु व 5 वर्षीय बेटी भाग नहीं पाए। इस दौरान हाथियों ने दोनों को कुचलकर मार डाला। (Elephants killed 2 child) हाथियों के चले जाने के बाद जब पति-पत्नी वहां लौटे तो देखा कि पुत्र-पुत्री का शव क्षत-विक्षत हालत में पड़ा है। यह देख वे रोने-बिलखने लगे। हाथियों ने झोपड़ी व बर्तन तोडऩे के अलावा वहां रखा सारा अनाज भी चट कर दिया था।
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Elephants killed 2 child: सुबह पहुंची वन विभाग की टीम
हाथियों द्वारा पंडो परिवार के 2 बच्चों को कुचलकर मार डालने की सूचना पर वन विभाग की टीम रविवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पीएम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया गया। उदयपुर परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी, डिप्टी रेंजर एसके लकड़ा, बीट प्रभारी दीपांशु दास, गार्ड मनीष कुमार व अजय ठाकुर व ग्रामीणों की उपस्थिति में मृत बच्चों के परिजन को तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई।