इससे लोग दहशत में आ गए हैं। इस दौरान कई लोग हाथियों का वीडियो बनाया तो कई लोगों ने फोटो खींचे। वहीं प्रतापपुर के ग्राम केरता में एक हाथी ने जमकर उत्पात मचाते हुए कई मकानों को नुकसान पहुंचाया।
मैनपाट के सरहदी क्षेत्र में फरवरी माह से 14 हाथियों का दल सक्रिय है। इस दल की मुखिया गौतमी हाथी है, जिसके गले में रेडियो कॉलर आईडी लगा हुआ है। यह दल कभी धरमजगढ की तरफ बढ़ रहा है तो कभी मैनपाट की बस्तियों में घुस जा रहा है।
बुधवार की सुबह मैनपाट से लगे तराई क्षेत्र में 14 हाथियों का इस दल ने ग्राम पंचायत खाल कंडराजा में जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने खेतों में लगी धान की फसल को रौंद डाला, वहीं उसे चट करने के साथ मुख्य सड़क पर पहुंच गए। इससे सीतापुर-धरमजगढ़ मार्ग पर हाथियों को देखने लोगों का हुजूम लग गया।
2 घंटे तक ठप रहा आवागमन
हाथियों के कारण उक्त मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। काफी देर बाद वन अमले ने हाथियों को खेतों व सड़क से भगाया, इसके बाद आवागमन शुरू हो गया।
हाथियों के कारण उक्त मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। काफी देर बाद वन अमले ने हाथियों को खेतों व सड़क से भगाया, इसके बाद आवागमन शुरू हो गया।
सड़के पास ही खेतों में हाथियों के विचरण करने से करीब 2 घंटे तक मार्ग पर जाम लगा रहा। हाथियों के कारण लोगों में दहशत भी बना हुआ है।