शहर से लगे ग्राम परसा निवासी देवनारायण पैंकरा पिता गोंदल 40 वर्ष बुधवार की अलसुबह करीब 4 बजे घर से 2-3 किमी दूर बेजानकोना स्थित खेत में भिंडी तोडऩे जा रहा था। इसी दौरान अंधेरे में उसे कुछ दिखाई नहीं दिया और वह हाथियों के सामने पहुंच गया।
यह देख उसने भागने का प्रयास किया, लेकिन हाथी ने दौड़ा उसे सूंड में लपेटा और पटककर पैरों से कुचलकर उसकी जान ले ली। कुछ देर बाद जब ग्राम पंचायत परसा का सरपंच गांझा उस ओर से गुजरा तो उसकी नजर देवनारायण के क्षत-विक्षत शव पर पड़ी। वह शव की दशा देख समझ गया कि इसे हाथियों ने मार डाला है।
इसकी सूचना उसने तत्काल वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग व कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। इधर खेत में ग्रामीणों का भी हुजूम उमड़ पड़ा। वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपए प्रदान किया।
यह भी पढ़ें राशन कार्ड का केवाईसी कराने जाने में पत्नी ने कर दी देर, नाराज पति ने कर दी हत्या
हाथियों ने ढहाए 2 घर
वन विभाग का कहना है कि 3 हाथियों का दल सूरजपुर जिले के ग्राम कल्याणपुर, कंचनपुर की ओर से भटककर पहुंचा है। इस दौरान हाथियों ने ग्राम परसा में 2 घर भी ढहाए हैं। फिलहाल 3 हाथियों का दल ग्राम परसा, भकुरा में नवनिर्माणाधीन विश्वविद्यालय भवन से लगे जंगल में डटा हुआ है।
हाथियों से दूर रहने की समझाइश
वन विभाग के अधिकारियों ने परसा, भकुरा सहित आस-पास के क्षेत्र के ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी है। उनका कहना है कि ग्रामीण हाथियों के पीछे-पीछे न दौंड़ें और न ही उन्हें छेड़ें। घर से बाहर निकलते समय पूरी सावधानी बरतें।