वहां के ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा। गनीमत रही कि हाथी की चपेट में कोई विद्यार्थी नहीं आया। बताया जा रहा है कि हाथी रात में सूरजपुर जिले के कल्याणपुर से लगे ग्राम मजिरा में घुसा था और यहां 2 ग्रामीणों के घरों को ढहा दिया। वहीं गांव के ही एक किसान के खलिहान में रखे धान व गन्ने की फसल खा गया।
सूरजपुर जिले के ग्राम सोनगरा में बनारस मार्ग से लगा हाईस्कूल स्थित है। शनिवार की सुबह करीब 10 बजे छात्र-छात्राएं स्कूल आ रहे थे। इसी दौरान अचानक स्कूल परिसर में कहीं से एक हाथी घुस आया। यह देख छात्र-छात्राओं में हड़कंप मच गया, वे हाथी को देखकर शोर मचाने लगे। कुछ छात्र हाथी के पीछे-पीछे दौडऩे लगे।
ऐसे में शोर सुनकर हाथी स्कूल मैदान से होते हुए गांव की ओर निकल गया। इसके बाद गांव वालों ने एकजुट होकर गांव से लगे रावाडीह जंगल में खदेड़ दिया। हाथी के जंगल में पहुंचने के बाद ग्रामीणों व छात्र-छात्राओं ने राहत की सांस ली। हाथी के स्कूल परिसर में घुस आने की खबर के बाद भी वन विभाग वहां नहीं पहुंच सका।
रात में तोड़े 2 मकान व चट की फसल
बताया जा रहा है कि हाथी शुक्रवार की रात करीब 12 बजे कल्याणपुर से लगे ग्राम मजिरा में घुसा था। इस दौरान उसने बालगोविंद पनिका व मानसाय बरगाह का मकान तोड़ दिया। यहां से निकलकर हाथी गांव के ही भैयालाल राजवाड़े के खलिहान में मिसाई कर रखी गई धान व गन्ने को चट कर गया।
बनारस मार्ग पार कर पहुंचा था स्कूल के भीतर
वन विभाग द्वारा दल के इकलौते हाथी का नाम बूढ़ादेव रखा गया है। रात करीब 3 बजे हाथी ग्राम मजिरा से निकलकर ग्राम द्वारिकानगर पहुंचा। यहां से शनिवार की सुबह भंडारपारा होते हुए ग्राम सोनगरा के बैगापारा बस्ती में पहुंचा। लोगों का कहना है कि उसने बनारस मुख्य मार्ग क्रॉस कर स्कूल परिसर में प्रवेश किया था।