अंबिकापुर के बसंतलाल गली मार्ग गद्दीपारा निवासी अशोक अग्रवाल व उसका भाई मुकेश अग्रवाल बड़े कपड़ा कारोबारी है। उसकी शहर के सदर रोड स्थित कदंबी चौक के पास कपड़े की थोक दुकान है। इनके द्वारा ट्रायबल, शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग में कपड़े की सप्लाई की जाती है।
इसमें बड़े पैमाने पर रुपयों की हेराफेरी की शिकायत ईडी को मिली थी। इसी कड़ी में दिल्ली से फ्लाइट से गुरुवार को ईडी की टीम रायपुर पहुंची। इसके बाद 4 सदस्यीय टीम सडक़ मार्ग से देर रात 12 बजे अंबिकापुर पहुंची। यहां टीम वीरेंद्र प्रभा होटल में रातभर रुकी।
इसके बाद शुक्रवार की सुबह 6 बजे कपड़ा कारोबारी अशोक अग्रवाल के बसंतलाल गली मार्ग स्थित मकान में दबिश दी। टीम ने घर के मुख्य दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया था। अंदर ईडी की टीम ने कई दस्तावेजों की जांच की, वहीं परिवार के सदस्यों का भी बयान दर्ज किया गया।
रात करीब 9 बजे तक टीम दस्तावेजों को खंगालती रही। बताया जा रहा है कि कार्रवाई पूर्ण करने के बाद ईडी की टीम 3 बोरी व एक ब्रिफकेस में दस्तावेज व अन्य सामान ले गई है।
ईडी की टीम व्यवसायी को भी ले गई साथ
सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम रात में कार्रवाई पूर्ण होने के बाद घर के अंदर से 3 बोरी व एक ब्रिफकेस में दस्तावेज व अन्य सामान के साथ कपड़ा व्यवसायी अशोक अग्रवाल को भी अपने साथ गई है। वहीं कारोबारी का लैपटॉप व मोबाइल को भी जब्त किए जाने की बात कही जा रही है।
यह भी पढ़ें फर्जी महिला डॉक्टर के बाद इस युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल, की थी ये गलती
डेढ़ घंटे बाद दुबारा आई थी टीम
ईडी की टीम कपड़ा व्यवसायी के घर पूरे दिन छापेमारी कार्रवाई के बाद शाम सवा 7 बजे चली गई थी। इसके बाद पुन: रात करीब ९ बजे टीम वापस आई और कपड़ा व्यवसायी अशोक अग्रवाल को साथ ले गई। वहीं कारोबारी का भाई मुकेश अग्रवाल पहले से ही शहर से बाहर है।