इस दौरान अज्ञात बदमाशों ने ट्रक लूटकर दोनों का अपहरण कर लिया। बदमाशों ने रास्ते में धरमजयगढ़ के पास चाचा की हत्या (Murder) कर दी। वहीं अंबिकापुर लुचकी घाट के पास भतीजे की भी हत्या कर ट्रक ले भागे।
उन्होंने बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र में सरिया को बेचने के बाद ट्रक उत्तर प्रदेश के चोपन में लावारिस हालत में छोड़कर भाग गए थे। इसका खुलासा तब हुआ जब धरमजयगढ़ पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया।
उत्तर प्रदेश के बभनी निवासी नजीर अहमद 19 जनवरी को अपने भतीजे मजारे आलम के साथ रायगढ़ से ट्रक में सरिया लोड कर मिर्जापुर जाने निकला था। रास्ते में धरमजयगढ़ के पास ढाबे में दोनों ने खाना खाया। खाना खाने के बाद दोनों ट्रक लेकर मिर्जापुर जा रहे थे। रास्ते में बदमाशों ने दोनों का अपहरण कर लिया।
बदमाशों ने धरमजयगढ़ के पास ही एक तालाब के पास नजीर की हत्या कर शव फेंक दिया। इसके बाद वे खलासी मजारे आलम को अपने साथ लेकर ट्रक सहित अंबिकापुर पहुंच गए। (Driver-cleaner murder)
अंबिकापुर से 6 किमी पहले लुचकी घाट के पास एक पेड़ के नीचे उसकी भी हत्या (Murder) कर दी। इसके बाद बदमाश (Miscreants) सरिया लोड ट्रक को वाड्रफनगर क्षेत्र ले गए। यहां सरिया को बेच दिया और ट्रक को लावारिस हालत में चोपन के पास छोड़ दिया था।
धरमजयगढ़ में नजीर का मिला थ शव
बदमाशों ने धरमजयगढ़ के पास नजीर की हत्या कर दी थी। दूसरे दिन नजीर का शव अज्ञात के रूप में मिला था। लाश की पहचान नहीं होने पर पुलिस ने उसे दफन करवा दिया था।
कुछ दिन बाद नजीर के परिजन खोजते हुए पहुंचे तो पुलिस को शव को कब्र से निकलवाना पड़ा। परिजन ने उसकी पहचान नजीर के रूप में की थी। परिजन ने पुलिस को बताया कि इसके साथ भतीजा मजारे आलम भी था, वह गायब है।
मजारे आलम के रूप में की गई शव की पहचान
इधर अंबिकापुर के लुचकी क्षेत्र में 7 फरवरी को अज्ञात युवक का शव मिला था। उसकी गर्दन पर धारदार हथियार से मारे जाने का निशान था। इससे हत्या का मामला प्रतीत होने पर कोतवाली पुलिस ने इसे नजीर हत्या कांड से जोड़ते हुए धरमजयगढ़ पुलिस से संपर्क किया।
जबकि धरमजयगढ़ पुलिस ने नजीर की हत्या के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। धरमजयगढ़ पुलिस ने जब अंबिकापुर में मिले शव की बारे में बदमाशों से पूछताछ की तो उन्होंने मजारे आलम की भी हत्या करने की जानकारी दी। मृतक मजारे आलम के परिजनों ने उसे खोजने की मांग को लेकर यूपी के बभनी मोड़ पर चक्काजाम भी किया था।