कलेक्टर त्रिपाठी ने
छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल, नगर निवेश, जिला साक्षरता मिशन अभिकरण, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, खाद्य विभाग, श्रम विभाग, जिला आबकारी कार्यालय, स्थानीय निर्वाचन, जिला योजना एवं सांख्यिकी विभागए राजीव गांधी शिक्षा मिशनए भू.अभिलेख शाखा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय एवं स्थापना शाखा सहित विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया।
जहां 55 अधिकारी-कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जो कर्मियों का कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधानों के प्रतिकृल होकर शासनादेश एवं कार्य के प्रति लापरवाही का द्योतक है। कलेक्टर ने जिले के सभी
कर्मियों को निर्धारित कार्यालयीन समय पर उपस्थित होने निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर त्रिपाठी ने कहा कि सभी अधिकारी कर्मचारियों का यह दायित्व है, कि वे निर्धारित समय में अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर उपस्थित रह कर शासकीय कार्य करें। राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। ताकि आम जनता को उसका समुचित लाभ मिले। कार्यालयीन समय में नदारद पाए गए अधिकारी व कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। तीन दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करने निर्देश दिए गए हैं।