जानकारी के अनुसार गांधीनगर थाना अंतर्गत ग्राम सकालो में पिछले कुछ दिनों से ग्रामीणों के घर से लगातार चोरी हो रही थी। चोरी के संबंध में ग्रामीणों ने जब पतासाजी की तो उन्हें रेस्ट हाउस के कमल नामक कर्मचारी की चोरी की इन घटनाओं में हाथ होने की जानकारी मिली।
मंगलवार सुबह दर्जनभर ग्रामीण गांव में बने वन विभाग के रेस्ट हाउस पहुंचे। रेस्ट हाउस के ठीक बगल में बने एक छोटी सी झोपड़ी में कुछ संदिग्ध कार्य होने की आशंका पर जब वे घुसे तो भीतर कम से कम एक दर्जन बडे ड्रम तथा टंकियों में महुआ शराब तथा प्रक्रियाधीन शराब बनकर रखा हुआ था।
इसके अलावा विधिवत शराब बनाने का पूरा सेटअप भी मिला। ग्रामीणों ने मामले की जानकारी गांधीनगर पुलिस को दी। सूचना पर सीएसपी स्मृतिक राजनाला व गांधीनगर थाना प्रभारी प्रदीप जॉन लकड़ा ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कमल सिंह पिता झिमन राम उम्र 28 वर्ष, इसके छोटे भाई मोहित सिंह उर्फ भगत उम्र 26 वर्ष निवासी कुडक़ेल अहिरपारा थाना बतौली व एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर जेल दाखिल कर दिया है। वहीं नाबालिग को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है।
एल्कोहल जांच के लिए रखा था एल्कोमीटर
कमल ने यू ट्यूब से शराब बनाने की विधि सीखी थी। वह अन्य ग्रामीणों की तरह शराब नहीं बनाता था। वह शराब बनाने के लिए महुआ का प्रयोग काफी कम करता था। इसकी जगह पर वह गुड़, सौंफ व अन्य सामान का इस्तेमाल करता था। वह एल्कोहल जांच के लिए एल्को मीटर भी रखा था। जिसे ऑनलाइन मंगाया था।
यह भी पढ़ें वन विभाग के रेस्ट हाउस के पीछे चल रहा था अवैध महुआ शराब का कारखाना, 500 लीटर शराब जब्त
एल्कोहल जांच के लिए रखा था एल्कोमीटर
कमल ने यू ट्यूब से शराब बनाने की विधि सीखी थी। वह अन्य ग्रामीणों की तरह शराब नहीं बनाता था। वह शराब बनाने के लिए महुआ का प्रयोग काफी कम करता था। इसकी जगह पर वह गुड़, सौंफ व अन्य सामान का इस्तेमाल करता था। वह एल्कोहल जांच के लिए एल्को मीटर भी रखा था। जिसे ऑनलाइन मंगाया था।
यह सामान जब्त
पुलिस ने 460 लीटर अवैध महुआ शराब, 20 हजार रुपए नकद, 300 व 500 लीटर की 4 पानी टंकी, 200 लीटर का 6 नग कंटेनर, पाइप लगा हुआ 9 नग डेकची सहित अन्य सामान जब्त किया है।
यह भी पढ़ें मॉर्निंग वॉक पर जाने निकले व्यवसायी की घर के ही स्टोर रूम में फांसी पर लटकी मिली लाश
वन विभाग की भूमिका संदिग्ध
कमल अवैध फैक्ट्री का संचालन सकालो स्थित वन विभाग के रेस्ट हाउस के समीप ही कर रहा था। सूत्रों का मानना है कि यह अवैध कारोबार वन विभाग की भूमिका के बिना संभव नहीं है। हालांकि पुलिस ने अभी तक वन विभाग के किसी भी कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की है। सीएसपी का कहना है कि अभी जांच जारी है।
मुख्य आरोपी ने की है बीई की पढ़ाई
अवैध महुआ शराब निर्माण करने का मुख्य आरोपी कमल सिंह है। वह वर्ष 2018 में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर से पास आउट है। नौकरी नहीं मिलने पर उसने व्यवसाय करने के लिए बैंक से लोन लेना चाहा पर बैंक द्वारा लोन नहीं मिलने पर वह वन विभाग में मजदूरी करता था और सकालो रेस्ट हाउस के ही एक कमरे में रहता था।
उसने यू ट्यूब के माध्यम से शराब बनाने का हाइटेक तरीका सीखा और सकालो जंगल में ही रेस्ट हाउस के पास अवैध शराब निर्माण करने की फैक्ट्री बना दी। वह पिछले 7-8 माह से यह अवैध कार्य अपने छोटे भाई मोहित सिंह उर्फ भगत व गांव के ही एक नाबालिग लडके के साथ मिलकर कर रहा था।