ईएमटी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार की रात तकरीबन 10 बजे उनके पास कॉल सेंटर से फोन आया कि खलिबा निवासी 20 वर्षीय गर्भवती महिला सन्तोषी पति प्रकाश चेरवा को प्रसव पीड़ा बढऩे लगी है। सूचना मिलते ही पायलट शिवकुमार पैकरा को लेकर गांव के लिए निकले।
गांव पहुंचते ही एम्बुलेंस (Ambulance) में बैठाकर महिला और उनके परिजनों के साथ जिला अस्पताल अम्बिकापुर के लिए रवाना हुए, इसी दौरान महिला की प्रसव पीड़ा तेज होने लगी। स्थिति को भांपते हुए महिला के पति और परिजनों से बात की। परिजनों की सहमति उपरांत हमने एम्बुलेंस को सडक़ किनारे खड़ी कर प्रसव कराने की प्रक्रिया शुरू की।
डॉ. सुषमा से ईआरसीपी की सहायता लेते हुए बात की। उनकी सलाह के अनुसार प्रसव (Delivery) हेतु दिए गए दिशा-निर्देश से ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया।
जच्चा-बच्चा को कराया गया भर्ती
संतोषी ने स्वस्थ बेटी को जन्म (Birth) दिया। बच्ची की किलकारी गूंजते ही परिजन भी खुशी से झूम उठे और सुरक्षित प्रसव कराने के लिए 108 टीम को धन्यवाद दिया। इसके पश्चात मां बेटी को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल अम्बिकापुर लाकर भर्ती कराया गया।
जच्चा-बच्चा को कराया गया भर्ती
संतोषी ने स्वस्थ बेटी को जन्म (Birth) दिया। बच्ची की किलकारी गूंजते ही परिजन भी खुशी से झूम उठे और सुरक्षित प्रसव कराने के लिए 108 टीम को धन्यवाद दिया। इसके पश्चात मां बेटी को बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल अम्बिकापुर लाकर भर्ती कराया गया।