गौरतलब है कि बलरामपुर के ग्राम संतोषीनगर निवासी गुरुचंद मंडल 30 वर्ष की दूसरी पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट गुरुचंद ने ही थाने में दर्ज कराई थी। इधर गुरुचंद के साले बादल गिरी ने जीजा व उसके पिता पर हत्या करने का आरोप लगाया था।
इसी मामले में पुलिस ने 24 अक्टूबर को पूछताछ के लिए गुरुचंद मंडल व उसके पिता शांति मंडल को थाने में बुलाया था। इसी बीच गुरुचंद मंडल ने थाने के बाथरूम में फांसी (Custodial death case) लगा ली थी। इधर पुलिस द्वारा घटनास्थल न दिखाए जाने से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों, मृतक के परिजनों व नगरवासियों द्वारा नेशनल हाइवे पर चक्काजाम तथा टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया था।
वे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे थे। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर टियर गैस छोड़े थे। इससे लोग और आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने थाने पर पथराव किया था।
शव लेने से इनकार कर किया था चक्काजाम
घटना के दूसरे दिन (Custodial death case) शुक्रवार को मृतक के शव का पीएम अंबिकापुर से पहुंची दो सदस्यीय फॉरेंसिक पीएम की टीम ने किया था। इस दौरान परिजनों ने शव लेने से इनकार करते हुए नेशनल हाइवे पर फिर चक्काजाम कर दिया था। उन्होंने मृतक के एक परिजन को नौकरी, मुआवजा समेत 5 मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। समझाइश के बाद वे शव लेने को तैयार हुए थे। यह भी पढ़ें
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Custodial death case: दूसरे दिन एएसपी पर किया था हमला
बलरामपुर जिला अस्पताल से शव को अंतिम संस्कार (Custodial death case) के लिए ले जाने परिजन व लोग पहुंचे थे। इधर अस्पताल परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से जशपुर एएसपी निमिशा पांडेय अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद थीं। इसी बीच कुछ महिलाओं ने उन्हें चप्पल व डंडे से मारा था। महिलाएं जब ईंट-पत्थर से हमला करने लगीं तो भागने के दौरान एएसपी गिर गई थीं, जबकि अन्य महिला पुलिसकर्मी जान बचाकर भागी थीं।
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शव का किया गया अंतिम संस्कार
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों की समझाइश पर शुक्रवार की रात (Custodial death case) करीब 8 बजे परिजन मृतक का शव गृहग्राम संतोषीनगर ले गए थे। शनिवार की सुबह शव का अंतिम संस्कार किया गया। इधर किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने एहतियातन नगर के चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हालांकि मामले को लेकर दिनभर कोई हंगामा नहीं हुआ।
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पथराव पर पुलिस ने दर्ज किया अपराध
एनआरएचएम के प्यून की संदिग्ध रूप से आत्महत्या (Custodial death case) मामले में गुस्साई भीड़ ने थाने पर पथराव किया था। इस मामले में पुलिस ने धारा 132, 221, 121 (आई), 296, 115(2), 126(1), 351(3), 324 (4), 190, 191(आई), 191(2), 195(1) बीएनएस एवं लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। वहीं एएसपी निमिशा पांडेय पर हमला करने वालों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।परिजनों से मिलने पहुंचे नेताम व बैज
पुलिस थाने में युवक की आत्महत्या मामला (Custodial death case) प्रदेश स्तर पर चर्चा में रहा। पीसीसी ने 8 सदस्यीय जांच समिति का भी गठन किया गया है। इधर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज व कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने मृतक के परिजनों से गांव में जाकर मुलाकात की। इससे पूर्व अंबिकापुर पहुंचे पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बलरामपुर की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। यह लोहारीडीह की घटना से मिलती-जुलती है।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर हमला (Custodial death case) करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में लगातार अराजकता का माहौल निर्मित हो रहा है। प्रदेश में शासन-प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है। प्रदेश में मानव द्वंद्व की स्थिति निर्मित हो गई है।