गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रिखीमुड़ा के प्राइमरी स्कूल में हर दिन की तरह मंगलवार को भी बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। सुबह करीब 11 बजे स्कूल के पीछे स्थित ट्रांसफार्मर में अचानक शॉर्ट-सर्किट होने लगा और तेज आवाज के साथ उसमें आग लग गई।
आवाज सुनकर स्कूल की प्रधानपाठिका शैलजा शुक्ला सहित बच्चे बाहर निकलने लगे। शिक्षिका बच्चों को स्कूल से बाहर निकाल ही रही थी कि मेन गेट पर शिक्षिका का हाथ टच हो गया और वह करंट की चपेट में आकर झुलस गई।
इस दौरान 2-3 बच्चे भी चपेट में आ गए। आनन-फानन में अन्य शिक्षकों की मदद से किसी तरह बच्चे स्कूल कैंपस से बाहर निकले। इसके बाद शिक्षिका को बगल में ही संचालित हाईस्कूल के प्राचार्य द्वारा निजी वाहन से तत्काल अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार पश्चात उसे छुट्टी दे दी गई। जबकि बच्चों को करंट के हल्के झटके लगने से वे वहीं से घर चले गए।
टला बड़ा हादसा, स्कूल की छुट्टी
गनीमत रही कि करंट की चपेट में आने से शिक्षिका व बच्चे मामूली रूप से घायल हुए, अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था। इधर हादसे के बाद स्कूल में छुट्टी कर दी गई। सूचना पर बच्चों के अभिभावक उन्हें घर ले गए। स्कूल में पदस्थ शिक्षक प्रेमनाथ तिर्की ने बताया कि स्कूल मे लगा मीटर गेट से होकर गुजरा है।
गेट को खोलने व बंद करने के दौरान मीटर का वायर हल्का कटा था। जब ट्रांसफार्मर में शॉर्ट-सर्किट हुआ तो संभवत: मीटर के वायर से गेट में करंट प्रवाहित होने लगा। इधर बच्चों को कमरे से बाहर निकालने के दौरान प्रधानपाठिका का हाथ गेट को छु गया और उन्हें झटका लगा।