बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दोहना निवासी सरोज लकड़ा उम्र 45 वर्ष प्राथमिक विद्यालय बेलकोना में शिक्षिका है। वह ग्राम दोहना शंकरगढ़-राजपुर मुख्य मार्ग में गांव के स्व. परदेशी से जमीन खरीद कर मकान बनाकर परिवार समेत रह रही है।
मकान के समीप ही उसके द्वारा जमीन में अहाता भी घेरा जा रहा है। बीते शनिवार की दोपहर करीब 2 बजे वह अपने घर में भोजन कर रही थी। इस दौरान अचानक गांव का बृजेश मिंज पिता स्व. परदेशी मिंज, उसकी बहन मानकुंवारी व पत्नी कलावती वहां पहुंचे।
ये तीनों जमीन को लेकर विवाद करते हुए शिक्षिका के बच्चों को बंद कर बाउण्ड्रीवाल को गिराने लगे। जब शिक्षिका ने विरोध किया तो आरोपी बृजेश मिंज गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट करने लगा। मानकुंवारी और कलावती ने भी शिक्षिका के साथ मारपीट की। इससे शिक्षिका को चोटें आईं।
बाउंड्रीवाल को भी ढहाया
आरोपियों द्वारा शिक्षिका के नव निर्मित अहाते को भी ढहा दिया गया। इससे शिक्षिका को करीब 40 हजार रुपए का नुकसान हुआ। शंकरगढ़ पुलिस ने शिक्षिका सरोज लकड़ा की रिपोर्ट पर आरोपी बृजेश मिंज, उसकी पत्नी कलावती व बहन मानकुंवारी के खिलाफ धारा 294, 223, 342, 506 व 34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
जमीन से जुड़ा यह है विवाद
कुसमी क्षेत्र के ग्राम कंचनटोली निवासी शिक्षिका सरोज लकड़ा द्वारा आरोपी बृजेश के पिता परदेशी मिंज से वर्ष 2008 में 10 डिसमिल जमीन खरीदी थी। उस समय परदेशी मिंज बीमार था, उसे इलाज की जरूरत थी तो उसके द्वारा जमीन को शिक्षिका को बेचा गया।
शिक्षिका से मिले पैसे से इलाज कराने के बाद जब परदेशी मिंज स्वस्थ हो गया, तब जमीन की रजिस्ट्री शिक्षिका के नाम कर दी थी। इधर जमीन का सीमांकन कराने के बाद शिक्षिका अब वहां मकान बनाकर रही है।
कुुछ समय पूर्व परदेशी मिंज का निधन हो गया है, इसके बाद से मृतक का बेटा बृजेश व उसके परिवार के सदस्य जमीन को लेकर आए दिन शिक्षिका से विवाद करते हैं। जबकि शिक्षिका ने बताया कि जमीन का पैसा लेने आरोपी बृजेश ही उसके घर आता था।