उत्तरप्रदेश के हरदोई जिला निवासी अजय कुमार (22) क्रिकेट खिलाड़ी (Cricket fraud) है। वह मार्च 2021 में क्रिकेट खेलने नेपाल गया था। वहीं पर अंबिकाुपर निवासी मृगांक सिन्हा से उसकी पहचान हुई। मृगांक ने खुद को क्रिकेट संघ का पदाधिकारी बताकर उसे संघ में जुडऩे का आश्वासन दिया।
फिर उसे देश विदेश में होने वाले क्रिकेट मैचों में खेलाने का झांसा दिया था। मृगांक ने क्रिकेट संघ में जोडऩे व पासपोर्ट के लिए व अन्य कार्य के लिए 7 हजार 740 रुपए जमा कराए थे। इसके बाद उसे विदेश दौरे के लिए चयनित टीम में सलेक्ट बताकर 15 लाख से अधिक रुपए लिए थे।
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नहीं मिला विदेश में खेलने का मौका
रुपए देने के बाद (Cricket fraud) भी विदेश में खेलने का मौका नहीं मिला तो उसे अहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। इस बीच वह मृगांक पर रुपए वापसी के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन मृगांक उसे टाल मटोल कर रहा था।Cricket fraud: थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट
परेशान होकर अजय ने मामले की शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति- जनजाति आयोग से की थी। आयोग ने मामले की जांच के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को लिखा था। जांच के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। हम आपको बता दें कि आरोपी मृगांक सिन्हा पूर्व में भी कई बेरोजगार युवाओं से लाखों रुपए ठगी (Cricket fraud) कर चुका है।