होम आइसोलेशन से ये मिली सीख
ट्रीटमेंट मैनेजमेंट
कोरोना संक्रमित मरीज घरों में अपना और अपनों का इलाज करते हुए मेडिकल उपकरणों से परिचित हुए। जैसे- पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, वैपोराइजर, वीपी डिवाइज, ऑक्सीजन सिलेंडर के प्रेशर मैनेजमंट और दवाओं के डोज से।
ट्रीटमेंट ऑन कॉल
लॉकडाउन और आज भी डॉक्टर फोन पर मरीजों को एडवाइज दे रहे हैं। विडियो कॉल, वॉट्सएप कॉलिंग और अन्य प्लेटफार्म के जरिए डॉक्टर ने मरीजों बिना छुए इलाज दिया। मरीज स्वस्थ्य हुए।
ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल
मरीजों ने जाना कि ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल कितना अहम होता है। स्थिति यह हुई कि घर में अगर कोई संक्रमित हुआ तो अन्य सदस्यों ने पहल से प्रिवेंटिव दवाएं लेनी शुरू कर दीं। लोग ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं।
जिले में अब तक कोरोना की स्थिति
कुल मरीज 4058
एक्टिव 428
डिस्चार्ज 3589
मौत 43
मृत्यु दर 3.99
कुल जांच 77000
कोरोना से एक और महिला की मौत
जिले में कोरोना का कहर जारी है। हर रोज मौत (Death from corona) के मामले सामने आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले तीन दिनों से लगातार मौत के मामले सामने आ रहे हैं। सोमवार की सुबह एक और कोरोना पीडि़त महिला की मौत इलाज के दौरान हो गई। जिले में अब तक कुल मौत की संख्या बढक़र 43 हो गई है।