सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर छात्र नेता ने बुधवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रेम प्रकाश से मामले (Corruption) की शिकायत की है। आरोप है कि 12 अक्टूबर 2022 को विश्वविद्यालय शैक्षणिक विभाग द्वारा निशा साइंटिफिक के साथ अनुबंध किया गया और 7 नग स्मार्ट इंटरएक्टिव बोर्ड का आर्डर किया गया था।
इसमें प्रत्येक एक स्मार्ट इंटरएक्टिव बोर्ड (Corruption) की कीमत 6 लाख 97 हजार 857 रुपए यानी 7 नग स्मार्ट इंटरएक्टिव बोर्ड की कीमत 48 लाख 84 हजार 999 रुपए बताया गया। 4 नवंबर 2022 को संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय द्वारा यह भुगतान किया गया।
छात्र नेता ने बताया है कि इस अनुबंध यंत्र पर कहीं पर भी स्मार्ट इंटरएक्टिव बोर्ड के विशेष विवरण (स्पेसिफिकेशन) के बारे में नहीं बताया गया है कि बोर्ड कौन सी कंपनी की है, कितने इंच की है। बोर्ड में क्या-क्या फीचर्स हैं?
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Corruption: तीन गुना अधिक रेट पर खरीदी
छात्र नेता का कहना है कि खुले बाजार में अच्छे से अच्छा व कई फीचर्स के साथ आने वाले स्मार्ट इंटरएक्टिव बोर्ड की कीमत अधिकतम 2 लाख 40 हजार रुपए (Corruption) तक है। छात्र नेता ने आरोप लगाया है कि जाम पोर्टल का दुरुपयोग कर लगभग 3 गुना अधिक रेट में स्मार्ट बोर्ड की खरीदी कर संबंधितों द्वारा लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। खरीदी करने वालों द्वारा छात्र-छात्राओं की अमूल्य निधि का दुरुपयोग किया गया है।
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