जबकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड में मंगलवार की सुबह शहर के दत्ता कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई। 18 सितंबर को पॉजिटिव आने पर उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। बुजुर्ग की मौत से उसके परिजनों में मातम पसरा हुआ है।
शहर के दत्ता कॉलोनी निवासी 62 वर्षीय व्यक्ति का सैंपल कोरोना जांच के लिए लिया गया था। 18 सितंबर को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वह मधुमेह सहित अन्य बीमारियों से ग्रसित था। सांस लेने में भी उसे परेशानी हो रही थी। इसी बीच इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत (Corona death) हो गई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्ड में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक सप्ताह के भीतर मौत की संख्या 7 पहुंच गई है। फिलहाल कोविड अस्पताल के आईसीयू में कई गंभीर मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है।
कोरोना के प्रति लोग नहीं हैं गंभीर
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कोरोना के प्रति लोग गंभीर नहीं हो रहे हैं। इस बीमारी को लोग हल्के में ले रहे हैं। इस कारण मौत (Corona death) की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।
लोगों को सर्दी-बुखार के लक्षण होने पर कोरोना जांच कराना नहीं चाहते हैं। जब बीमारी बढ़ जाती है तो वे जांच कराने आते हैं, तब तक समय काफी व्यतीत हो जाता है और मरीज के अस्पताल में भर्ती होने तक उसकी स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में मौत की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है।