अंबिकापुर ईई ने काम को अमान्य कर रामानुजगंज ईई को पत्राचार किया था। लेकिन उनकी ओर से गुणवत्ता जांच पर अब तक कोई खास पहल होती नजर नहीं आई है। अब उक्त मार्ग की ईएनसी (इंजीनियर इन चीफ छत्तीसगढ़) द्वारा समीक्षा की जाएगी। ईएनसी द्वारा समीक्षा किया जाना ही इस सडक़ के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवालिया निशान है।
गौरतलब है कि राज्यभर में जर्जर हो चुकी मुख्य सडक़ों के मरम्मत व उन्नयन के निर्देश सीएम ने 3 महीने पूर्व सभी जिले के कलेक्टर को दिए थे। इसके परिपालन में अंबिकापुर से निकलने वाली सडक़ों के मरम्मत व उन्नयन का कार्य चल रहा है।
छत्तीसगढ़ रोड डवलपमेंट कार्पोरेशन की सडक़ अंबिकापुर-बनारस मार्ग पर धनवार बैरियर तक उन्नयन कार्य निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से कराया जा रहा है। 50 करोड़ से भी अधिक की लागत से बनाई जा रही सडक़ निर्माण का कार्य इतना घटिया है कि बनने के साथ सडक़ उखडऩी शुरु हो गई। पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद पीडब्ल्यूडी के ईई ने सडक़ का निरीक्षण किया और 7 साल तक सडक़ के टिकने का दावा किया था। लेकिन सप्ताहभर के भीतर ही उक्त सडक़ को उन्हें अमान्य करना पड़ा।
यह भी पढ़ें Video: दिव्यांग ऑटो ड्राइवर की गुंडागर्दी: कॉलर पकडक़र की आरक्षक की पिटाई, ये है मामला
ईएनसी करेंगे इस मार्ग की समीक्षा
अंबिकापुर-वाराणसी मार्ग पर हो चुके और चल रहे निर्माण कार्य की समीक्षा ईएनसी (इंजीनियर इन चीफ छत्तीसगढ़) करेंगे। गौरतलब है कि राज्यभर की 8 महत्वपूर्ण सडक़ों के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
ईएनसी ने समीक्षा के लिए जो सूची बनाई है, उनमें से अंबिकापुर-बनारस मार्ग भी एक है। ईएनसी द्वारा प्रत्येक सोमवार इन सड़ी सडक़ों की समीक्षा की जाएगी। जानकारी के अनुसार परफॉर्मेंस खराब होने की वजह से समीक्षा शुरु की गई है।