बुधवार की रात कोतवाली एसआई अशोक मिश्रा अपने सहकर्मी आरक्षक धीरज सिंह व हरी राम यादव के साथ रात्रि गश्त पर निकले थे। रात करीब २.३० बजे बस स्टैंड के पास स्कूटी सवार 4 युवक शराब के नशे में हंगामा कर रहे थे। पुलिस टीम वहां पहुंची और चारों युवकों को समझाइश दी और कहा कि वे घर चले जाएं।
पुलिस की ये बात सुनकर वे उनसे ही उलझ गए। इसके बाद पुलिस चारों को हिरासत में लेकर कोतवाली लाई और मुलाहिजा के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गई। यहां आरोपी शहर के पटेलपारा निवासी प्रवीण ङ्क्षसह उर्फ प्रिंस सिंह, पटपरिया निवासी आयुष पासवान, खटिकपारा नमनाकला निवासी राजेश राजवाड़े व शंकरगढ़ निवासी अभय यादव का मुलाहिजा कराया जा रहा था।
इस दौरान सभी आरोपी आरक्षक हरी राम यादव के साथ गाली-गलौज करते हुए हाथ-मुक्का व बेल्ट से मारपीट करने लगे। बेल्ट के बकल से चोट लगने से आरक्षक के सिर में गंभीर चोट आई है। इस दौरान एसआई अशोक मिश्रा व आरक्षक धीरज सिंह ने बीच-बचाव किया और आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने लाई।
अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने व आरक्षक के साथ मारपीट (Constable beaten) के मामले में धारा 186, 294, 506, 332, 353 व 34 के तहत अपराध दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कर दिया है।
पुलिस के साथ मारपीट की घटनाएं लगातार आ रहीं सामने
बदमाशों को पुलिस का डर नहीं है। आए दिन पुलिस के साथ मारपीट की घटना सामने आ रही है। चार दिन पूर्व लखनपुर थाना क्षेत्र में डायल 112 के आरक्षक के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। इसी बीच अंबिकापुर शहर में भी बुधवार की रात 4 युवकों ने आरक्षक के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया है।
इसके पूर्व भी पुलिसकर्मियों पर कई बार हमला किया जा चुका है। जिस तरह से पुलिस के साथ मारपीट की घटना सामने आ रही है इससे जाहिर है कि बदमाशों के बीच पुलिस का डर खत्म हो चुका है। वहीं पुलिस अपराधियों के बीच अपना खौफ बनाए रखने के लिए आरक्षक के साथ मारपीट करने वाले आरोपी प्रवीण ङ्क्षसह उर्फ प्रिंस सिंह, आयुष पासवान, राजेश राजवाड़े का शहर में जुलूस निकालकर उन्हें कोतवाली थाने से पैदल न्यायालय तक लेकर पहुंची थी।
बदमाशों के हौसले बुलंद
बदमाशों के हौसले काफी बुलंद हैं। शहर में आए दिन लोग शराब के नशे में रात्रि में घूमते नजर आते हैं। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। पुलिस को देख कर भागने की बजा उल्टा उनके साथ उलझ कर मारपीट की घटना को भी अंजाम दे रहे हैं। वहीं लोगों का मानना है कि जब पुलिस के साथ यह हाल है तो अन्य लोगों का क्या होगा।