गिरफ्तारी से बौखलाए आरोपी युवक के परिजन बुधवार को तीन दर्जन से ज्यादा की संख्या में लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे थे। कोतवाली परिसर में विवाद की स्थिति निर्मित होने की आशंका पर पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी।
कोतवाली परिसर में पुलिस मुस्तैद दिखी और अधिक लोगों को परिसर के बाहर रोक दिया। फिर कुछ लोगों ने थाने के अंदर आकर कोतवाली प्रभारी भारद्वाज सिंह को आरक्षक के ऊपर कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
गौरतलब है कि २७ फरवरी की रात को शहर में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा था। युवकों द्वारा पुलिस के साथ विवाद करने पर उन्हें कोतवाली लाया गया था। रात करीब ९ बजे के बाद तीनों युवक थाने के अंदर ऊंची आवाज में बात कर रहे थे और गाली-गलौज कर रहे थे।
इस बीच कोतवाली में पदस्थ आरक्षक सत्येंद्र दुबे पहुंचा व युवकों को थाने के अंदर गाली गलौज न करने की समझाइश दी। इस पर तीनों युवक आरक्षक के साथ उलझ गए। युवकों की अकड़ को देखकर आरक्षक ने एक युवक को थप्पड़ मार दिया। थप्पड़ लगते ही युवक आक्रोशित हो गए और मोबाइल से इसकी जानकारी अपने मित्रों व परिवार वालों को दी। तब वाहन से एक दर्जन लोग कोतवाली पहुंचे और आरक्षक सत्येंद्र दुबे के साथ मारपीट करने लगे।
काफी किरकिरी होने के बाद पुलिस ने इस मामले में यश सिंह, अंशु वैष्णव, अर्पित मौर्य, दीपक मिश्रा, यश की मां, संकेत सिंह, कुणाल ङ्क्षसह, अजय प्रसाद, ललित वैष्णव व अन्य के खिलाफ धारा १४७, १४९, २९४, ५०६, ३३२, १८६, ३५३ के तहत अपराध दर्ज किया।
पुलिस ने इस में तीन आरोपियों की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तारी से आरोपी व उनके परिजन डरे हुए हैं वे अपने बचाव हेतु हर कोशिश कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे परिजन
आरक्षक के साथ मारपीट के मामले में कोतवाली पुलिस ने ३ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं गिरफ्तारी के डर से आरोपी यश सिंह के चाचा अभिषेक सिंह बुधवार को लगभग तीन दर्जन लोगों के साथ कोतवाली पहुंचे। इस दौरान पुलिस ने विवाद की स्थिति निर्मित होने की आशंका पर अपनी ओर से पूरी तैयारी की और लोगों को कोतवाली परिसर के बाहर ही रोक दिया।
इसके बाद अभिषेक के साथ ५-६ लोगों ने थाने में आकर कोतवाली टीआई भारद्वाज ङ्क्षसह को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से बताया है कि सादे ड्रेस में आरक्षक सत्येंद्र दुबे द्वारा मेरे भतीजे यश के साथ बेरहमी से मारपीट की गई है। इससे उसका कान से खून निकल रहा है। उसे इलाज के लिए बनारस में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में कोतवाली टीआई का कहना है कि अगर यश के साथ मारपीट हुई है और वह गंभीर है तो उसका मेडिकल पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। रिपोर्ट के आधार पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
काफी देर तक रही तनाव की स्थिति
यश सिंह के चाचा अभिषेक सिंह बुधवार को लगभग तीन दर्जन लोगों के साथ कोतवाली पहुंचेे थे। इसे देख कर पुलिस भी पूरी तैयारी कर ली थी। काफी संख्या में पुलिस थाने के बाहर खड़ी रही।
वहीं पुलिस के डर से किसी ने भी थाने के अंदर प्रवेश करने की कोशिश नहीं की। काफी देर तक लोग सड़क पर इधर-उधर मंडराते रहे। कोतवाली प्रभारी को ज्ञापन सौंपने के बाद लोग एसपी कार्यालय जाकर एसपी के समक्ष ज्ञापन सौंपा है और आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।