ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि देशी शराब दुकान बौरीपारा जिस स्थान में संचालित है। उसी कम्पाउंड के अन्दर देशी शराब बिक्री के साथ-साथ अहाता बनाकर लोगों को बैठाकर पिलाने की व्यवस्था मकान मालिक द्वारा की गई है। इसके एक किमी के अंदर घनी आबादी है।
आए दिन लोगों को अपमानित और शर्मसार होना पड़ता है और हमेशा शराबियों द्वारा आम जनता से मारपीट की जाती है। शराब दुकान के पास ही पुलिस लाइन, दुर्गा मंदिर एवं शिव मंदिर स्थित है। मंदिर जाने का रास्ता शराब दुकान के सामने से होकर गुजरता है।
रास्ते से गुजरने के दौरान महिलाओं पर भी अभद्र व्यवहार एवं टिप्पणी शराबियों द्वारा की जाती है। वार्डवासियों की यह भी शिकायत है कि मकान मालिक जो कि शराब व्यवसायी भी है तथा जिस पर पूर्व में भी अवैध शराब बेचने के कई मामले चल चुके हैं। उसके द्वारा आबकारी अधिकारियों से साठगांठ कर अवैध देशी एवं अंग्रेजी शराब की बिक्री उसी कम्पाउंड के अन्दर की जा रही है।
देशी शराब दुकान के कारण मोहल्लेवासी परेशान
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि बौरीपारा पुरानी घनी बस्ती आबादी वाला क्षेत्र है और यहां रहने-वाले नगरवासियों को देशी शराब दुकान के कारण प्रति दिन परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है।
वन औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक व अन्य लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर 10 दिवस के अंदर देशी शराब दुकान को गाड़ाघाट अंग्रेजी शराब दुकान के पास स्थानांतरित कराने की मांग की है। नहीं किए जाने पर जनहित में देशी शराब दुकान के सामने धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
इस दौरान वरूण ङ्क्षसह, हनुमान ङ्क्षसह, नीतू जायसवाल, लोकेश पासवान, राजू दीक्षित, अजय सिंह, रजनीश सिंह, विकल झा, दुर्गा गुप्ता, हिमांशु जायसवाल, राजन ङ्क्षसह, सिद्धार्थ ङ्क्षसह सहित अन्य शामिल रहे।