सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर निवासी सिमरनजीत कौर 22 वर्ष की शादी वर्ष 2019 में अंबिकापुर के गोधनपुर निवासी सुमित सिंह से हुई थी। सुमित वाहनों की सीजींग (गाड़ी खींचने) का काम करता था। शुक्रवार की रात वह काम से घर लौटा तो पत्नी ने कहा कि आज फिर शराब पीकर आए हो।
इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद होने लगा। विवाद जब काफी बढ़ गया तो रात करीब 11.30 बजे पत्नी फांसी लगाने की कोशिश करने लगी। इस दौरान सुमित ने अपनी छोटी बहन की मदद से उसे बचाया। इसके बाद सभी सोने चले गए।
इसी बीच रात करीब 3 बजे सुमित की बहन आई और कहा कि भैया, भाभी ने फांसी लगा ली है। यह बात सुनकर सुमित कमरे में पहुंचा तो पत्नी फंदे पर झूल रही थी। फिर फंदे से उतारकर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया, यहां जांच पश्चात डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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मृतिका की मां ने लगाया दहेज प्रताडऩा का आरोप
सुमित की मां की सूचना पर मृतिका की मां हरजीत कौर अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची। यहां बेटी को मृत हालत में देख उसके रोने का ठिकाना न रहा।
उसने ससुराल पक्ष के लोगों पर बेटी को दहेज के लिए प्रताडि़त व मारपीट करने का आरोप लगाया है। उसका कहना था कि बेटी को उन्होंने आत्महत्या के लिए विवश किया होगा। उसने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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इससे ज्यादा दहेज तो भिखारी लोग दे देते हैं
मृतिका की मां ने बताया कि उसकी समधन ने शनिवार की सुबह फोन किया था कि आपकी बेटी की तबियत काफी खराब है। आईसीयू में भर्ती है, आप 2 जोड़ी कपड़े लेकर आ जाइए, यहां दो-चार दिन रहना पड़ेगा।
गाड़ी की व्यवस्था नहीं हुई तो समधन खुद लेने बिश्रामपुर आई थी। जब यहां पहुंची तो बेटी की लाश पड़ी थी। उसने बताया कि शादी के तीसरे ही दिन हमें अंबिकापुर बुलाया गया था।
यहां समधन ने कहा था कि मायके से दहेज में मिला ही क्या है, इससे ज्यादा दहेज तो भिखारी लोग दे देते हैं। जबकि समधन यह बात अच्छे से जानती है कि मेरे पति की मौत हो चुकी है, मेरे भाइयों ने मिलकर बेटी की शादी की थी।