मध्यप्रदेश के रीवा के ग्राम कठेरी निवासी मानेन्द्र तिवारी पिता राम लखन 36 वर्ष सीएएफ का जवान था। इसकी ड्यूटी बलरामपुर जिले के रामानुजगंज स्थित 12वीं बटालियन में थी। वह रामानुजगंज में पत्नी पूनम तिवारी के साथ रहता था। ३ सितंबर को वह ड्यूटी करने गया था।
इसी बीच अचानक वह आधी ड्यूटी छोडक़र घर पहुंचा और सीधे किचन में जाकर कीटनाशक घोलकर पीने लगा। पति को अचानक किचन में जाते देख पत्नी भी पीछे से वहां पहुंच गई। अचानक उसकी नजर पड़ी तो वह दौडक़र गिलास में रहा जहर छीनने लगी। तब तक वह कीटनाशक का कुछ हिस्सा वह पी चुका था। इसके बाद पत्नी ने तत्काल इसकी सूचना पास के ही अपने एक रिश्तेदार को दी।
नहीं बच पाई जान
सूचना मिलते ही रिश्तेदार वहां पहुंचा और दोनों उसे इलाज के लिए रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
यहां इलाज के दौरान उसकी मौत (CAF jawan death) हो गई। जवान ने किस कारण से इतना घातक कदम उठा लिया, इसका पता नहीं चल सका है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।