मध्यप्रदेश के जबलपुर निवासी 22 वर्षीय सूरज तिवारी गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर में किराए के मकान में रहता था। फिलहाल वह शहर के नमनाकला स्थित बीसीए क्रिकेट एकेडमी में नन्हें खिलाडिय़ों को क्रिकेट की कोचिंग दे रहा था।
शुक्रवार की देर शाम वह अपने कमरे में पहुंचा और भीतर से दरवाजा बंद कर लिया। शनिवार की सुबह 9 बजे तक दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोस में रहने वाले अन्य किराएदारों ने उसके दोस्तों को सूचना दी।
जब कमरे का दरवाजा खोला गया तो रस्सी के सहारे उसकी लाश फांसी के फंदे पर लटकी हुई थी। उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही गांधीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतरवाकर कमरे में सुरक्षित रखवा दिया।
पीएम के लिए परिजनों का इंतजार
पुलिस ने मृतक के परिजनों को मोबाइल से सूचना दी। पुलिस द्वारा शव के पीएम के लिए परिजनों का इंतजार किया जा रहा है। देर शाम तक परिजन यहां नहीं पहुंच पाए थे।
युवक ने किस कारण से आत्महत्या की, इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस ने जांच के लिए युवक का फोन भी जब्त कर लिया है।
क्रिकेटरों में शोक का माहौल
युवा क्रिकेट कोच द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने की खबर मिलते ही शहर के क्रिकेटर भी अचंभित रह गए। पिछले 3 साल से वह अंबिकापुर में रह रहा था। अपने कुशल व्यवहार के कारण शहर के क्रिकेटरों के बीच वह लोकप्रिय था। अचानक उसने ऐसा कदम क्यों उठा लिया, यह चर्चा का विषय बना रहा।
क्रिकेटरों में शोक का माहौल
युवा क्रिकेट कोच द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने की खबर मिलते ही शहर के क्रिकेटर भी अचंभित रह गए। पिछले 3 साल से वह अंबिकापुर में रह रहा था। अपने कुशल व्यवहार के कारण शहर के क्रिकेटरों के बीच वह लोकप्रिय था। अचानक उसने ऐसा कदम क्यों उठा लिया, यह चर्चा का विषय बना रहा।