गुरुवार की सुबह अंबिकापुर के गांधीनगर थाना से करीब आधा किलो मीटर दूर अंबिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग पर स्थित सडक़ किनारे झाड़ी की टहनी में एक युवक की लाश फंदे पर लटकी देखी गई। लोगों ने घटना की सूचना गांधीनगर पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच की।
मृतक का पैर घुटना तक जमीन में सटा था। वहीं मुंह से खून निकलने के निशान थे। घटनास्थल के पास ही एक बाइक भी पड़ी थी। पुलिस ने जब शव फंदे से उतरवाकर उसकी तलाशी ली तो उसकी जेब से आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड में युवक का नाम तापेश्वर, पिता बुलेश्वर निवासी शिवपुर-चरचा जिला कोरिया अंकित मिला।
मृतक की जेब से मिले आधार कार्ड के जरिए गांधीनगर पुलिस ने शिवपुर-चरचा थाना पुलिस को सूचना दी। वहां की पुलिस ने मृतक के परिजन को घटना के बारे में बताया। सूचना पर परिजन अंबिकापुर पहुंचे।
परिजन ने पुलिस को बताया कि मृतक का ससुराल मेन्ड्राकला में है, वह वहीं आया था। फिलहाल पुलिस प्रथमदृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है। फिलहाल पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई के लिए पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
पहले भी की थी आत्महत्या की कोशिश
पुलिस ने बताया कि युवक ने बुधवार की रात को भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी। लेकिन कुछ लोगों ने उसे देख लिया था। लोगों ने उसे समझाकर ऐसा न करने की बात कही थी। इसके बाद पुन: युवक पेट्रोल पंप के पास पहुंचा और झाड़ीनुमा पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
यह भी पढ़ें धनतेरस से पहले जेवर खरीदने पहुंची थी 3 महिलाएं, दुकानदार ने CCTV देखा तो रह गया हैरान
आर्थिक तंगी से दो युवकों ने की आत्महत्या
इधर शहर के चांदनी चौक निवासी दिलहरन केंवट 35 वर्ष ने बुधवार को अपने घर के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिंदा होने की आस में परिजन उसे फंदे से उतार कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाए। यहां जांच के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं नवागढ़ निवासी छोटू राम 40 वर्ष ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। परिजन उसे भी इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां जांच पश्चात चिकित्सकों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इन दोनों मामले में अस्पताल पुलिस सहायता केन्द्र के पुलिस ने मर्ग कायम किया है। दोनों मृतक के परिजन ने पुलिस के बयान में आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी बताया है।