खबर छपते ही कलेक्टर विलास भोस्कर (Collector drive bike) ने मामले को संज्ञान में लिया और प्रशासनिक टीम के साथ खुद स्कूल पहुंचे। जंगल और घाट के रास्ते स्कूल तक पहुंचना आसान नहीं था तो कलेक्टर स्वयं बाइक चलाकर (Collector drive bike) पहाड़ी कोरवा बहुल गांव चितालता पहुंचे। उन्होंने स्कूल भवन की मरम्मत का कार्य कल से शुरू कराने के निर्देश दिए।
लुण्ड्रा विकासखंड के ग्राम चितालता प्राइमरी स्कूल की खस्ताहाल स्थिति को लेकर पत्रिका ने 30 अगस्त के अंक में ‘कलेक्टर साहब यहां भी नजर फेरिए, छप्पर के नीचे दम तोड़ रही तालीम’ नामक शीर्षक (Collector drive bike) से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर छपने पर कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लिया और प्रशासनिक टीम के साथ खुद बाइक चलाकर (Collector drive bike) स्कूल पहुंचे।
उन्होंने स्थानीय सरपंच से गांव की जानकारी ली और स्कूल के संचालन पर चर्चा की। एसडीएम लुण्ड्रा नीरज कौशिक और सीईओ जनपद अमन यादव को मौजूदा स्कूल भवन की मरम्मत का कार्य शनिवार से शुरू कराने के निर्देश दिए।
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लापरवाही पर एसडीओ आरईएस को फटकार
निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर (Collector drive bike) स्कूल की दशा को देखकर काफी नाराज हुए। उन्होंने लपरवाही पर एसडीओ आरईएस को भी फटकार लगाई। उन्होंने एसडीओ आरईएस को कहा कि जब स्कूल की दशा इतनी खराब थी तो इसकी जानकारी पूर्व में क्यों नहीं दी गई। यह भी पढ़ें
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Collector drive bike: एक और शिक्षक की मिली सुविधा
चितालता प्राइमरी स्कूल (Collector drive bike) कक्षा पहली से पांचवीं तक है। यहां कुल बच्चों की संख्या 16 है। पहली से पांचवीं तक के लिए मात्र एक शिक्षक हैं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने शिक्षक की कमी को भी गंभीरता से लिया और डीईओ को नजदीकी स्कूल से एक शिक्षक की पोस्टिंग के निर्देश दिए हैं। वहीं भवन के मरम्मत कार्य की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी भी जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई है।
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स्कूल में अधिकांश बच्चे पहाड़ी कोरवा
चितालाता में प्राइमरी स्कूल (Collector drive bike) पहाड़ी कोरवाओं के बच्चों के लिए खोला गया है ताकि विशेष संरक्षित जनजाति के बच्चे भी अच्छी शिक्षा लेकर आगे बढ़ सकें। लेकिन धरातल में ऐसा दिख नहीं रहा है, इस कारण अभिभावक परेशान हंै। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बच्चों से बात भी की और बच्चों के मध्यान्ह भोजन की भी जानकारी ली।