शहर के रिंग रोड में वर्ष 2007 से वेलफेयर कंपनी (Chit fund company) का संचालन किया जाता था, जिसने लोगों को कम समय में रुपए डबल कर वापस देने का झांसा दिया गया था। एजेंट के माध्यम से काफी संख्या में लोगों ने उक्त कंपनी में करीब 17 करोड़ से अधिक रुपए निवेश किए थे।
कंपनी वर्ष 2015 में अंबिकापुर से कार्यालय बंद कर निवेशकों के 17 करोड़ रुपए लेकर फरार हो गई। इधर निवेशक एजेंटों पर पैसे के लिए दबाव बना रहे हैं। एजेंटों को कंपनी (Chit fund company) का मुख्य कार्यालय विशाखापटनम आंध्रप्रदेश बताया गया था।
यह भी पढ़ें
CG bus accident: कार और बाइक को टक्कर मारते हुए दुकान में जा घुसी यात्रियों से भरी बस, मची चीख-पुकार
इन 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
निवेशकों के दबाव से परेशान एजेंट ग्राम अमगांव निवासी देवराज यादव ने कंपनी (Chit fund company) के मैनेजिंग डायरेक्टर विजय प्रसाद माला, डायरेक्टर वी. संध्यावाली, एडवाइजर मेंबर बलराम पाठक, रीजनल इंचार्ज नवनीत कुमार पांडेय सहित जोनल इंचार्ज अखिलेश प्रजापति, रीजनल ऑफिसर शशिभूषण चौरसिया, एडवायजरी मेंबर अर्जन प्रजापति के खिलाफ गांधीनगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।