पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के रांची की मल्लिकार्जुन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है. कंपनी द्वारा 40 प्रतिशत डिस्काउंट देकर लोगों को दो पहिया व चार पहिया वाहन फाइनेंस करानेे का काम करती है. कंपनी के झांसे में आकर सैकड़ों लोग ठगी के शिकार हुए हैं. सरगुजा सहित छत्तीसगढ़ के अन्य जगहों से भी लोगों ने कंपनी के झांसे में आकर महंगी कार व बाइक फाइनेंस कराई है. फाइनेंस कराने के बाद मल्लिकार्जुन कंपनी द्वारा लोगों का कुछ महीनों तक बैंक को किश्त पटाया. इसके बाद किश्त पटाना बंद कर दिया। इस स्थिति में फाइनेंस कंपनी वाहन स्वामियों से किश्त वसूलने के लिए दबाव बना रही है. इधर मल्लिकार्जुन कंपनी डायरेक्टर व कर्मचारी लोगों का वाहन फाइनेंस कराने के बाद करोड़ाें रुपए कमाई कर फरार चल रहे थे.
कंपनी द्वारा इस तरह की गई ठगी
बिलासपुर, रायपुर, कोरिया, जशपुर, बलरामपुर, सरगुजा सहित अन्य जगहों से दर्जनों की संख्या में पीड़ित अंबिकापुर पहुंचे। लोगों को जानकारी मिली थी कि कंपनी के डायरेक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया है. लोगों ने पुलिस को बताया कि कंपनी द्वारा बोला गया था कि वाहन खरीदने के लिए 40 प्रतिशत डिस्काउंट दिया जाएगा. इसके लिए 30 प्रतिशत राशि कंपनी अपने खाते में जमा कराई थी और 30 प्रतिशत राशि डाउन पेमेंट देकर फाइनेंस कंपनी से वाहन फाइनेंस कराया था. वाहन फाइनेंस के बाद मल्लिकार्जुन कंपनी द्वारा किश्त पटाने के लिए बॉन्ड दिया गया था।
कंपनी द्वारा नियुक्त किए गए थे एजेंट
मल्लिकार्जुन कंपनी द्वारा जगह-जगह एजेंट नियुक्त किए गए थे. एजेंट के माध्यम से लोगों ने वाहन फाइनेंस कराया था. कई लोगों ने झांसे में आकर महंगी कार तक फाइनेंस कराई थी. कंपनी द्वारा किश्त नहीं पटाए जाने पर लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. लोगों की शिकायत पर फिलहाल कोतवाली पुलिस कंपनी के डायरेक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं पीड़ितों का दस्तावेज की जांच की जा रही है.
कोतवाली प्रभारी रूपेश नारंग ने बताया की कंपनी का डायरेक्टर हिरासत में है. उससे पूछताछ जारी है. वहीं पीड़ितों का दस्तावेज मंगाया गया है. अभी तक अधिकांश पीड़ित दरिमा थाना क्षेत्र से सामने आए हैं. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.