जिला कांग्रेस कमेटी (Chhattisgarh Congress) ने एक दिन पूर्व ही शहर के सभी व्यवसायी समूहों को पत्र प्रेषित कर समर्थन मांगा था। बंद के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश कांग्रेस की सहप्रभारी जरिता लैथफलांग ने कहा कि प्रदेश सरकार के हाथ खून से रंगे हुए हैं।
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री (Chhattisgarh Home minister) पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जो गृहमंत्री अपने गृह जिले की कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकता वह प्रदेश की कानून व्यवस्था क्या संभालेगा। जिला कांग्रेस कमेटी, सरगुजा के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बंद को सफल बनाने के लिए व्यवसायी बंधुओं का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सत्ता अनुभवहीन और अकुशल लोगों के हाथ मे पड़ गई है, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। सरगुजा संभाग में हाल में घटित आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभी ये अनुभवहीन सरकार 4 साल और रहेगी तब तक प्रदेश (Chhattisgarh Bandh) की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे रहने वाली है।
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Chhattisgarh Bandh: बंद को सफल बनाने में ये रहे शामिल
बंद (Chhattisgarh Bandh) को सफल बनाने में बालकृष्ण पाठक, जेपी श्रीवास्तव, मधु सिंह, द्वितेन्द्र मिश्रा, राकेश गुप्ता, हेमंत सिन्हा, फुलेरिया भगत, रामविनय सिंह, मो इस्लाम, अरविंद सिंह गप्पू, हेमंत तिवारी, संजय विश्वकर्मा, दुर्गेश गुप्ता, अब्दुल अब्बास, विकल झा, गुरुप्रीत सिधु, गीता प्रजापति, गीता श्रीवास्तव पूर्णिमा सिंह, गीता रजक, नीतीश चौरसिया, रजनीश सिंह, विकास केशरी, हिमांशु जायसवाल, विष्णुदेव सिंह, कलीम अंसारी, काजु खान, बाबर खान, अविनाश कुमार, फैसल सिद्धकी, परवेज आलम गांधी, आशीष जायसवाल, तरनजीत बाबरा, प्रीति सिंह शामिल रहे।