गौरतलब है कि धान खरीदी वर्ष 2023-24 में विजयनगर उपार्जन केंद्र में धान की कमी की शिकायत सामने आई थी। इस पर खाद्य अधिकारी एसबी कामठे ने पूरे मामले की जांच बी. तिर्की अंकेक्षण अधिकारी कार्यालय सहायक आयुक्त सहकारिता एवं सहायक पंजीयक सहकारी संस्थाएं बलरामपुर से कराई।
अंकेक्षण अधिकारी की जांच में वित्तीय अनियमितता के सारे तथ्य उजागर हो गए। उपार्जन केंद्र में धान खरीदी का कार्य प्रभारी मंजर अंसारी, आरिफ अंसारी, कंप्यूटर ऑपरेटर अमीरचंद सिंह एवं जुरैश आलम द्वारा किया गया था। जांच प्रतिवेदन के अनुसार खरीदी प्रभारी मंजर अंसारी द्वारा 9 हजार 491.20 क्विंटल धान खरीदी की गई एवं पूरे धान का उठाव पूर्ण करा लिया गया।
वहीं आरिफ अंसारी पिता समदानी द्वारा कुल 6 हजार 8152.40 क्विंटल धान क्रय किया गया और मात्र 64576.22 क्विंटल धान का ही उठाव कराया गया है। शेष धान की मात्रा 3576.18 क्विंटल आरिफ अंसारी द्वारा उठाव नहीं कराया गया।
वहीं जांच अधिकारी द्वारा सत्यापन करने पर उपार्जन केन्द्र विजयनगर में एक भी धान भरे हुए बारदाना की उपलब्धता नहीं पाई गई जिससे गलत तरीके से खरीदी कार्य किए जाने की पुष्टि हो गई।
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इस गड़बड़ी में खरीदी प्रभारी आरिफ अंसारी पिता समदानी, फड़ प्रभारी मातिन, जियाउल अंसारी, फड़ मुंशी संतोष यादव, सुनील, दिनेश, सकेन्द्र, महबूब, संतुलाल, अवधेश, शिवकुमार तथा बारदाना प्रभारी गुलाब सिंह की संलिप्तता पाई गई। इन्होंने मिलीभगत कर 3576.18 क्विंटल धान राशि 1 करोड़ 10 लाख 86 हजार 158 रुपए एवं 12983 नग बारदाना की राशि 3 लाख 24 हजार 575 रुपए की वित्तीय अनियमितता (CG paddy scam) को अंजाम दिया है। इसी जांच प्रतिवेदन के आधार पर विजयनगर पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 409 के तहत अपराध दर्ज किया है।