सूरजपुर जिले के ग्राम बांसापारा निवासी 50 वर्षीय रामचंद्र ठाकुर को फेफड़े में सूजन की शिकायत थी। परिजन ने उसे इलाज के लिए सूरजपुर अस्पताल (CG hospital) में भर्ती कराया था। यहां से चिकित्सकों ने उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया।
ऑक्सीजन के सहारे उसे संजीवनी 108 एंबुलेंस से सूरजपुर जिला अस्पताल से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल शुक्रवार को लाया गया था। यहां इमरजेंसी में देखने के बाद डॉक्टर ने इलाज के बाद वार्ड में शिफ्ट करा दिया।
मरीज को वार्ड में भी ऑक्सीजन के सहारे रखा गया था। इसी बीच ऑक्सीजन के नोजल में कुछ खराबी आ जाने के कारण सही ढंग से सप्लाई नहीं हो पा रही थी।
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मरीज के पुत्र संजय ठाकुर व दामाद मनोज द्वारा बार-बार इसकी जानकारी ड्यूटी पर तैनात स्टाफ-नर्सों को दी गई, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। कुछ देर बाद रात करीब 8 बजे मरीज ने दम तोड़ दिया। मरीज की मौत के बाद परिजन ने स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है।जांच के बाद होगी कार्रवाई
परिजन ने स्टाफ-नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस संबंध में जांच दल गठित किया गया है। जांच दल को 7 दिनों का समय दिया गया है। रिपोर्ट में जिसकी भी लापरवाही आएगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी।डॉ. जेके रेलवानी, सिविल सर्जन