बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बैकुंठपुर निवासी रामसेवक की साढ़े 3 वर्शीय पुत्री सरिता 29 जुलाई को घर में खेल रही थी। जबकि उसकी मां सावित्री बगल में ही काम कर रही थी। खेलते-खेलते बालिका बगल में रहने वाली रिश्तेदार के घर चली गई। यहां महुआ शराब का बोतल और गिलास रखा था।
बालिका ने इसे पानी समझकर पी लिया। फिर वह लडख़ड़ाते कदमों से घर पहुंची और मां से कहा कि उसे नहला दें। मां जब उसको नहलाने लगी तो वह अचानक बेहोश हो गई। बेहोशी का कारण उसे समझ में नहीं आया।
जब बेटी के मुंह से उसे शराब की दुर्गंध आई तो वह पड़ोस में रहने वाली फुआ सास के यहां गई। यहां उसने देखा कि टेबल पर देशी शराब की बोतल और गिलास रखा है। तब उन्हें समझ में आया कि बालिका ने शराब पी ली है।
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मां व अन्य परिजन बेहोशी की हालत में बच्ची को लेकर वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया तो वे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर लेकर पहुंचे और भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान मंगलवार की सुबह बालिका की मौत हो गई। पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया।