दरअसल आरोपी को शक था कि उसकी पत्नी से मृतक के नाजायज संबंध हैं। इसी शक के कारण उसने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर मृतक की बेरहमी से हत्या कर दी थी। आरोपी व मृतक के झारखंड राज्य के होने के कारण पुलिस को अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मृतक की पहचान कराने के लिए उसके भाई का डीएनए टेस्ट भी कराना पड़ा। डीएनए रिपोर्ट के बाद ही मृतक की पहचान हुई व आरोपी तक पुलिस पहुंच सकी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
अंधे कत्ल (Blind murder) का खुलासा करते हुए एसपी अमित तुकाराम कांबले ने बताया कि 6 फरवरी 2020 को शहर के बधियाचुआं पहाड़ के पास एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिली थी, जिसका चेहरा पत्थर से बुरी तरह कुचला हुआ था। इस कारण लाश की पहचान नहीं हो पा रही थी। मृतक की उम्र लगभग 25 से 30 वर्ष था।
इस मामले में कोतवाली पुलिस अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच कर रही थी। मृतक की पहचान ना होने के कारण पुलिस का आरोपियों तक पहुंच पाना बड़ा मुश्किल था। अज्ञात लाश की शिनाख्त हेतु आस पास के जिले व राज्यों से संपर्क किया गया। गुम इसान के संबंध में जानकारी प्राप्त कर तस्दीक की गई।
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पुलिस को कड़ी मेहनत व प्रचार प्रसार के बाद पता चला कि मृतक आजाद अंसारी है तथा वह झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत बभंडीह नवाडीह का निवासी है। पूरी पुष्टि हेतु मृतक के भाई का डीएनए सैम्पल प्रिजर्व कर परीक्षण हेतु भेजा गया था। परीक्षण की रिपोर्ट आने बाद लाश की पहचान आजाद अंसारी के रूप में पुष्ट हुई।
घर वालों से पुछताछ के बाद पता चला कि मृतक और दो अन्य व्यक्ति के साथ में काम करने अम्बिकापुर गया था। वह अंबिकापुर में रहकर मजदूरी का काम करता था।
फिर पुलिस ने साथ में काम करने गए इमामुददीन अंसारी पिता रियासत अली उम्र 29 साल निवासी ग्राम सिसवा पोस्ट उदयपुर थाना रमकंडा जिला गढ़वा झारखंड को शक के आधार पर रांची से हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर आजाद की हत्या की बात स्वीकार कर ली।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं उसके एक साथी की तलाश जारी है। कार्रवाई में कार्रवाई में निरीक्षक राहुल तिवारी, सउनि प्रमोद पाण्डेय, सउनि डाकेश्वर सिंह, आरक्षक जयदीप सिंह, विकास सिंह, कुन्दन सिंह, सत्येन्द्र दुबे, अरविंद उपाध्याय, संजीव चौबे, राहुल सिंह, राकेश शर्मा, शिवकुमार राजवाड़े व महिला आरक्षक सरला टोप्पो शामिल रहे।
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पत्नी के साथ अवैध संबंध का था शकमृतक आजाद अंसारी अपने दो साथी के साथ मजदूरी करने अंबिकापुर गया था। आरोपी इमामुददीन अंसारी को शक था कि मृतक का उसकी पत्नी से अवैध संबंध है। इस शक पर आरोपी ने अपने एक अन्य साथी के साथ आजाद को अंबिकापुर स्थित बधियाचुआं पहाड़ के पास ले जाकर पहले शराब पिलाई।
इसके बाद नशे की हालत में आरोपी ने पत्थर से आजाद अंसारी का सिर कुचलकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए मृतक का चेहरा भी बुरी तरह से कुचल दिया था।
पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मशक्कतमृतक का चेहरा कुचल (Head crushed) दिए जाने से उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। इसी बीच मृतक के भाई ने थाना पहुंचकर गुमशुदगी की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। कोतवाली पुलिस ने सबसे पहले मृतक के भाई का डीएनए सैम्पल प्रिजर्व कर परीक्षण हेतु भेजा।
रिपोर्ट आने के बाद जब मृतक की पहचान हो गई तो आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस उनके गांव पहुंची तो आरोपी वहां नहीं थे। इसके लिए पुलिस को कई बार बिहार, झारखंड वह हैदराबाद भी जाना पड़ा। कई लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस अंतत: मुख्य आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके सहयोगी की तलाश अभी जारी है।