अंबिकापुर

महिला ने कहा- 1 हजार रुपए दो नहीं तो बलात्कार के केस में फंसा दूंगी, ट्रक के खलासी ने कर दी हत्या

Blind murder case solved: 10 दिन के भीतर पुलिस (Surguja police) ने सुलझाई महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी, दिवाली की दूसरी सुबह पीजी कॉलेज (PG College) के अहाते से लगे गार्डन में साड़ी से बंधी मिली थी महिला की लाश, दिल्ली का था आधार कार्ड, ट्रक के खलासी से 1 हजार रुपए मांगने को लेकर हुआ विवाद

अंबिकापुरNov 16, 2021 / 03:59 pm

rampravesh vishwakarma

Blind murder case solved

अंबिकापुर. Blind murder case solved: पीजी कॉलेज अहाते से लगे निगम के गार्डन परिसर में 5 नवंबर की सुबह एक महिला की साड़ी से बंधी लाश मिली थी। लाश के पास आधार कार्ड मिला था जिसमें महिला की पहचान दिल्ली के शकूरपुर निवासी के रूप में की गई थी। ऐसे में पुलिस को हत्या की गुत्थी सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इसी बीच पुलिस को पता चला कि लाश मिलने के करीब 200 मीटर दूर ही महिला एक होटल में काम कर रही थी। 1 नवंबर की रात उसने वहीं खाना बना रहे ट्रक के खलासी से 1000 रुपए की मांग की।
नहीं देने पर उसने बलात्कार के केस में फंसा देने की धमकी दी थी। इससे गुस्साए ट्रक चालक ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव साड़ी में बांधकर फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गौरतलब है कि लुंड्रा थाना अंतर्गत ग्राम सेमरडीह निवासी संतोष गोंड़ पति करमू 40 वर्ष की साड़ी में लाश 5 नवंबर को अंबिकापुर पीजी कॉलेज परिसर से लगे गार्डन में मिली थी। लाश 3 दिन पुरानी थी तथा उसके पास ही दिल्ली के शकूरपुर का पता दर्ज आधार कार्ड मिला था। इसमें उसका नाम संतोषी करमू लिखा था।
इससे महिला के दिल्ली के होने की जानकारी लगी। पुलिस ने जब मामले की छानबीन शुरु की तो पता चला कि महिला दिल्ली में उक्त पते पर नहीं रहती है।

इसके बाद पुलिस ने और बारीकी से जांच की तो उसकी पहचान लुंड्रा थाना अंतर्गत सेमरडीह निवासी संतोष 40 वर्ष के रूप में पहचान हुई। बताया जा रहा है कि वह करीब 15-16 वर्ष पूर्व घर छोड़कर कमाने दिल्ली चली गई थी, यहां ही उसने आधार कार्ड बनवाया था।

दिल्ली की युवती की कॉलेज के बाहर मिली लाश, हत्या के बाद साड़ी में बांधकर फेंका


ट्रक के खलासी ने की हत्या
दिल्ली से लौटने के बाद महिला अंबिकापुर के बबलू हलवाई के साथ कैटरिंग में काम करती थी। करीब 1 महीने से वह पीजी कॉलेज के मुख्य गेट से लगे राजवाड़े होटल में काम कर रही थी। वह शराब पीने की आदी थी। 1 नवंबर की रात वह नशे में हल्ला कर रही थी, जब स्टाफ ने मना किया तो वह वहां से चली गई।
इसी बीच कुछ दूरी पर ट्रक का क्लीनर बतौली थाना अंतर्गत ग्राम देवरी डूमरडीह निवासी राहुल उर्फ अविनाश सिंह गोंड़ पिता तौहर सिंह 21 वर्ष खाना बनाकर सोने जा रहा था। उससे शराब पिलाने बोली।
शराब पीने के बाद उसने खलासी से 1 हजार रुपए मांगे, नहीं देने पर बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी। इससे गुस्सा होकर खलासी ने उसकी गला दबाकर हत्या (Murder to press throat) कर दी और साड़ी में शव बांधकर निगम के गार्डन में फेंक दिया।

100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले
आईजी अजय कुमामर यादव के निर्देश पर एसपी अमित तुकाराम कांबले ने मामले को सीधे संज्ञान में लेते हुये एएसपी विवेक शुक्ला एवं सीएसपी पुष्कर शर्मा के साथ मौके का निरीक्षण किया था।
इसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझाने कई टीमों का गठन किया। वहीं हत्यारे की सूचना देने वालों के लिए 5 हजार रुपए का इनाम भी रखा था। पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसी बीच पुलिस को 1 नवंबर की रात करीब 11 बजे खलासी के साथ शनि मंदिर की ओर आते-जाते दिखी थी।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी राहुल उर्फ अविनाश सिंह गोंड़ पिता तौहर सिंह 21 वर्ष को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि वह मृतिका को एक माह से जानता था। मर्डर की आगे की कहानी भी उसने ही पुलिस को बताई।

कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक अलरिक लकड़ा, एएसआई रविन्द्र प्रताप सिंह, सरफराज फिरदौसी, विनय कुमार सिंह, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, आरक्षक अमृत सिंह, बृजेश राय, सतेन्द्र दुबे, अमित विश्वकर्मा, कृष्णा खेस सुरेश गुप्ता, राकेश शर्मा समिनुल फिरदौसी, अतुल सिंह, अनिल सिंह,
उमाशंकर साहू निलेन्द्र लकडा, रंजीत लकडा, महिला आरक्षक जयंती बड़ा, मंदिश खाखा, सैनिक अनिल साहु तथा सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, उप निरीक्षक ओपी यादव प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, प्रवीण, आरक्षक अनुज जायसवाल, अंशुल शर्मा, विरेन्द्र पैकरा, सुयस बंसत खुटिया शामिल रहे।

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