बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बकसपुर निवासी विरेश अगरिया पिता सहजु अगरिया 35 वर्ष अंबिकापुर में रहकर मजदूरी करता था। 29 अगस्त को कार सवार 3 बदमाशों ने लूटपाट की नीयत से शहर के रामानुजगंज चौक से उसका अपहरण कर लिया था। लूटपाट के दौरान बदमाशों ने उसकी डंडे से पिटाई की थी।
डंडे से गंभीर चोट लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, इसी बीच बदमाशों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और अंबिकापुर-रामानुजगंज मार्ग पर स्थित भफौली गंजास नाला के पास झाड़ी में उसका शव फेंककर फरार हो गए थे। दूसरे दिन कोतवाली पुलिस ने युवक का शव बरामद कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की मरच्यूरी में रखवा दिया था।
तीन- दिन तक कोई दावेदार के नहीं पहुंचने पर शव का पीएम करवाकर कफन-दफन करवा दिया था। पुलिस ने उसकी शिनाख्ती के लिए सभी थानों में फोटो भेज दिया गया था। इधर एक व्हाट्सएप ग्रुप में मृतक की फोटो देखकर परिजन कोतवाली पहुंचे और कपड़ा व फोटो देखकर उसकी पहचान विरेश अगरिया के रूप में की। इसके बाद शव को कब्र से निकलवाकर परिजन को सौंप दिया गया था।
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पीएम रिपोर्ट में हत्या की हुई थी पुष्टि
पीएम रिपोर्ट में युवक की मौत की पुष्टि मारपीट व गला दबाने से हुई थी। इसके बाद पुलिस अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही थी। आईजी व एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के सख्त निर्दश दिए गए थे और संयुक्त टीम का गठन किया गया था। संयुक्त टीम ने आरोपियों को पकडऩे मुखबिरों को लगा रखा था।
इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने जशपुर जिले के ग्राम रायडीह दुलदुला निवासी सुरेश यादव पिता विद्याधर यादव उम्र 37 वर्ष उसके साढ़ू बगीचा के ग्राम झगरपुर निवासी कैलाश यादव पिता प्रभाकर 24 वर्ष तथा बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम कंचनडीह निवासी मुन्ना विश्वकर्मा पिता सुन्दर विश्वकर्मा उम्र 35 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने हत्या करने की बात स्वीकार की।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार कर धारा 302, 365, 392 व 34 के तहत जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा व कार जब्त किया है।
नशे की पूर्ति के लिए करते थे लूटपाट
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी काफी शातिर बदमाश हैं। तीनों के खिलाफ बगीचा थाने में कई अपराध दर्ज हैं। तीनों आए दिन लोगों से मारपीट व लूटपाट करते थे। मृतक विरेश अगरिया का भी तीनों ने शहर से लूटपाट के लिए ही कार से अपहरण किया था। विरोध करने पर उन्होंने उसकी पिटाई कर हत्या कर दी थी।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
संपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक राजेश सिंह, उप निरीक्षक सुनीता भारद्वाज, सहायक उप निरीक्षक भूपेश सिंह, विवेक पांडेय, अभिषेक दुबे, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक सरस्वती सिंह, सत्येन्द्र दुबे, अमित विश्वकर्मा, विकास सिंह, बृजेश राय, राहुल सिंह, जयदीप सिंह, शिव राजवाड़े, कुंदन सिंह, मुकेश चौधरी, अमित ज्ञान व उमेश गुप्ता शामिल रहे।