सफेद व काले तिल से बनी कई चीजें रोजमर्रा की जिंदगी में हम इस्तेमाल करते हैं। काले तिल का उपयोग अधिकांश सर्दी के दिनों मेंं किया जाता है क्योंकि यह गर्म तासीर वाला होता है।
इसके उपयोग से शरीर को गर्माहट मिलती है। साथ ही तिल में कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। तिल में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, फाइबर, काब्र्स, हेल्दी फैट्स की भरपूर मात्रा होती है।
इन रोगों को दूर करने में है सहायक
तिल का सेवन करने से ब्लड प्रेशर सहित कई बीमारियों से निजात मिलती है। इन बीमारियों को दूर करने में मिलती है मदद-
कंट्रोल रहता है ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर के मरीज डायटिशियन की सलाह लेकर ही सही मात्रा में इसका सेवन करें। तिल को किसी भी रूप में खाना फायदेमंद है। आप चाहे तो तिल को सलाद में डालकर खा सकते हैं या तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर खा सकते हैं।
यह भी पढ़ें गुप्त रोग से परेशान हैं तो इलायची है रामबाण इलाज, इन 10 रोगों में भी है फायदेमंद
कब्ज में है काफी फायदेमंद
इसका सेवन करने से पेट के कीड़ों से निजात मिलती है और पाचन ठीक रहता है। काले तिल में फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में असरदार साबित हो सकता है।
बाल और त्वचा के लिए फायदेमंद
चोट लगने के बाद काले तिल के तेल से मालिश करने से दर्द से राहत मिलती है। काला तिल बालों और स्किन को हेल्दी रखता है।
इम्यूनिटी होती है मजबूत
ठंड में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए इम्यूनिटी (Imunity) का स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। ऐसे में काला तिल एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही बॉडी सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं।