किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष टीका राम पटेल ने कहा कि किसानों में वो ताकत है जो किसी सरकार को उखाड़ सकती है, आज किसान मोर्चा के कार्यक्रम में किसानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ये बता रही है कि भूपेश सरकार के दिन अब लद गए हैं। उन्होंने उप मुख्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर हमला करते हुए कहा टीएस सिंहदेव ने ग्रामीण विकास मंत्रालय इस लिए छोड़ा क्योंकि वे घोषणा पत्र का वादा पूरा नहीं कर पाए थे।
अब वे उप मुख्यमंत्री बन गए हैं तो इस बार वे कौन सा पद छोडऩे वाले है ? इस अवसर पर पूर्व सांसद कमलभान सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान कांग्रेस सरकार के खिलाफ खड़ा हो गया है। जबकि 2018 में किसानों की बदौलत ही कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी। उन्होंने जय-वीरू की जोड़ी पर चुटकी लेते हुए कहा कि जय-वीरू की जोड़ी इस बार कका-बबा बन के फिर से जनता को ठगने आ गई है।
इस अवसर पर ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी, भाजपा नेता त्रिलोक कपूर कुशवाहा, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भारत सिंह सिसोदिया, पूर्व विधायक विजयनाथ सिंह, प्रभात खलखो, पूर्णिमा सिंह, अनिल अग्रवाल, आकाश गुप्ता, सतीश जायसवाल, वैभव सिंह, सोमनाथ सिंह तथा उमा शंकर उपाध्याय ने भी संबोधित किया।
रैली निकालकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
कार्यक्रम का संचालन किसान मोर्चा जिला महामंत्री मनोज राजवाड़े ने किया। धरना के पश्चात किसान मोर्चा ने कलेक्टोरेट तक रैली भी निकाली तथा राज्यपाल के नाम कलेक्टर सरगुजा को ज्ञापन भी सौंपा।
इस अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री अभिमन्यु गुप्ता, राजाराम भगत, विनोद हर्ष, मंजूषा भगत, मधुसुदन शुक्ला, रामकेश्वर राजवाड़े, श्रवण दास, रजनीश पाण्डेय, बालनाथ यादव, चन्द्रिका यादव, महेंद्र कुमार सिंह, गुरुशरण सिंह, रज्जु राम, अनिल सिंह, दिनेश साहू, आलोक दुबे सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी कार्यकत्र्ता उपस्थित रहे।
पुलिस रही सतर्क, बैरिकेड भी लगाए
चुनावी माहौल में किसी भी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के कार्यक्रम को देखते हुए जिला प्रशासन काफी सतर्क है। नकली वर्मी कम्पोस्ट को लेकर भाजपा द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस काफी सतर्क रही।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने कलेक्टोरेट से पहले बैरिकेड लगाया था तथा काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। भाजपाई रैली की शक्ल में वहां पहुंचे तो पुलिस ने कलेक्टोरेट से पहले ही उन्हें रोक दिया।