एसपी व कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में भाजपा नेता ने कहा है कि शहर के नमनाकला, राजमोहिनी भवन के बगल में स्थित 4.22 एकड़ जमीन खरीद-बिक्री में हुए फर्जीवाड़े के प्रकरण को लेकर कलेक्टर द्वारा स्व प्रेरणा में पुनरीक्षण की कार्यवाही संचालित की जा रही है।
इसमें 14 मार्च को ग्राम परसा निवासी बंसु पिता भुटकुल लोहार व अन्य अनावेदकों को 14 मार्च को उपस्थित होकर जवाब देने हेतु नोटिस जारी किया गया था। लेकिन इस दिन कलेक्टर न्यायालय में बंसु लोहार उपस्थित नहीं हुआ।
उसकी जगह उसके पोते ने उपस्थित होकर बताया कि बंसु बीमार है, उसका इलाज रायपुर के अस्पताल में चल रहा है। लेकिन यह नहीं बताया गया कि किस अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया है। इस प्रकार विरोधाभाषी परिस्थितियां निर्मित हैं।
यह भी पढ़ें बेशकीमती जमीन घोटाला मामला: तात्कालीन नजूल अधिकारी, रीडर व 2 आरआई के खिलाफ अपराध दर्ज
हत्या के षडयंत्र का जताया है अंदेशा
भाजपा नेता का कहना है कि बंसु के न्यायालय में उपस्थित नहीं होने से अंदेशा है कि वह भू-बिचौलियों के कब्जे में है। भविष्य में उसकी हत्या कर सारे राज समाप्त कराने का षडयंत्र किया जा रहा है। भाजपा नेता ने कलेक्टर व एसपी से मांग की है कि मामले में निष्पक्ष अधिकारी नियुक्त कर जांच कराई जाए ताकि बंसु लोहार का पता चल सके।
4 राजस्व अधिकारियों के खिलाफ दर्ज है एफआईआर
गौरतलब है कि करोड़ों के जमीन फर्जीवाड़ा मामले में तात्कालीन नजूल अधिकारी नीलम टोप्पो, नजूल कार्यालय के रीडर अजय तिवारी, आरआई नारायण सिंह व राहुल सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। इस मामले में न्यायालय द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज की जा चुकी है।