दरअसल ग्रामीणों ने गोपाल राम के समक्ष स्थानीय पुलिस की शिकायत की थी, जिस पर जवाब देते हुए प्रत्याशी ने जीतने के बाद पुलिस को ही उल्टा लटकाने की धमकी दे डाली थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसे संज्ञान में लेते हुए निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी की है।
ये था मामला
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 20 नवंबर को मतदान हुआ था। इसी दिन सीतापुर विधानसभा में भी वोटिंग चल रही थी। मतदान के दौरान जानकारी सामने आई कि ग्राम नानदमाली के लगभग डेढ़ हजार ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। वे विकास कार्य नहीं होने से नाराज थे।
इसकी सूचना मिलने पर भाजपा प्रत्याशी गोपाल राम गांव में पहुंचे और ग्रामीणों को मतदान करने की समझाइश दी। इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें शिकायत करते हुए बताया कि पुलिस अपने साथ दो-तीन ग्रामीणों को ले गई है।
इस पर गोपाल राम नाराज हो गए और उन्होंने कहा कि पुलिस वालों की इस हरकत की मैं निंदा करता हूं और जीत के बाद मैं मंत्री बना तो इन पुलिसवालों को उल्टा लटका दूंगा।
किसी ने वीडियो कर दिया वायरल
गोपाल राम जब उपर लिखी बात बोल रहे थे, उसी समय किसी ने इसका वीडियो बना लिया और इसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। प्रत्याशी के इस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन बताकर सीतापुर विधानसभा क्षेत्र की रिटर्निंग अधिकारी नम्रता गांधी द्वारा भारतीय गोपाल राम को नोटिस जारी करते हुए दो दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। जारी नोटिस में गोपाल राम से पूछा गया है कि क्यों न आपके विरूद्ध निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाए।