जानकारी के अनुसार सुमेन्द्र नगेशिया दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम मोहनपुर का रहने वाला है। उसने वर्ष 2018 में लव मैरिज कर मानमती को पत्नी बना कर रखा था। 22 दिन पूर्व महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची की जन्म लेने के बाद सुमेन्द्र पत्नी को मायके भेजना चाहता था।
31 अगस्त को पति पत्नी को मायके चले जाने के लिए कहा लेकिन पत्नी ने मायके जाने से इंकार कर दिया। इस बात से नाराज पति द्वारा शराब के नशे में पत्नी के साथ मारपीट की जा रही थी। १ सितंबर की रात 11 बजे सुमेन्द्र घर आया और मायके नहीं जाने की बात को लेकर पत्नी के साथ लात-मुक्का से मारपीट करने लगा।
मारपीट के दौरान २२ दिन की मासूम बच्ची मां के गोद में सो रही थी। इसी बीच पिता द्वारा मां को मारने के लिए चलाई गई लात मासूम को लग गई। दरिंदगी की हद तो तब पार हो गई जब उसने मासूम बच्ची को अस्पताल ले जाकर इलाज कराने की बजाए दोनों को घर से बाहर निकाल दिया। देर रात होने के कारण मां अस्पताल नहीं पहुंच पाई और गांव में ही रुकी रही।
दूसरे दिन पहुंची अस्पताल
घटना के बाद पूरी रात मां अपनी मासूम बच्ची को गोद में लेकर गांव में ही रुकी रही। दूसरे दिन सुबह भी पति का अत्याचार कम नहीं हुआ और पत्नी के साथ मारपीट करने लगा।
सूचना पर दरिमा पुलिस मौके पर पहुंची ओर बच्ची को इलाज ेलिए दरिमा अस्पताल भिजवाया। यहां चिकित्सकों ने बच्ची की स्थिति को गंभीर देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पतल रेफर कर दिया। यहां जांच के दौरान चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
यह भी पढ़ें हनुमान जी के दर्शन करने मंदिर गया था श्रद्धालु, जब मूर्ति पर नजर पड़ी तो रह गया हैरान
शव को सीने से लगाए बिलखती रही मां
नौ महीने तक अपने गर्भ में सुरक्षित पालने और जन्म देने के बाद 22 दिन की मासूम बच्ची अपने ही पिता की अत्याचार की भेंट चढ़ गई। मौत के बाद भी अपनी लाडो को सीने से लगाए मां बिलखती रही। इस दौरान मां के आंसू पोछने वाला भी कोई नहीं था। महिला के साथ न तो ससुराल वाले थे और न ही मायके वाले।
आरोपी हिरासत में
घटना के संबंध में सीएसपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि पत्नी द्वारा पति पर हत्या का आरोप लगाया गया है। बच्ची के शव का पीएम कराया गया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पुष्टि हो पाएगी। वहीं महिला के कहने पर उसके पति को दरिमा पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया है।