मैनपाट के ग्राम बरिमा पकरीपारा निवासी देवधन माझी किसी दूसरे राज्य में काम करने गया है। घर पर उसकी पत्नी सुधनी व 4 बच्चे रह रहे थे। पत्नी ही बच्चों की देखभाल कर रही थी।
शनिवार की रात 2 बेटियों व एक बेटे को एक कमरे में मां ने सुलाया था। इसी बीच देर रात करीब 2.30 बजे उस कमरे में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि नींद में रहे बच्चों को उठकर भागने का मौका भी नहीं मिला और तीनों की जलकर मौत हो गई। घटना के वक्त मां चौथे बच्चे को देखने दूसरे कमरे में गई थी। तीनों बच्चों की उम्र 10 साल के भीतर बताई जा रही है।
गांव वालों ने बुझाई आग
महिला का शोर सुनकर गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। इस दौरान बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी। फिर इस घटना की खबर गांववालों ने कमलेश्वरपुर थाने में दी। सूचना मिलते ही सुबह तहसीलदार व पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
महिला का शोर सुनकर गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। इस दौरान बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी। फिर इस घटना की खबर गांववालों ने कमलेश्वरपुर थाने में दी। सूचना मिलते ही सुबह तहसीलदार व पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
मैनपाट में शोक का माहौल
घटना की खबर लगते ही बरिमा सहित आस-पास के गांवों के लोग वहां पहुंचे। पुलिस ने शवों को निकालकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है। इस हृदयविदारक घटना से मैनपाट में शोक का माहौल है। आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल सका है। ग्रामीणों ने घर में आग लगाने की आशंका जताई है।