बलरामपुर जिले के ग्राम पुटसुरा निवासी वीरेंद्र यादव 18 वर्ष कॉलेज का छात्र था। वह पढ़ाई के साथ ही बलरामपुर में कपड़ा दुकान में काम करता था। उसका प्रेम प्रसंग गांव की 19 वर्षीय एक युवती से चल रहा था। प्रेमिका भी बलरामपुर में किराए के मकान में अपनी 15 वर्षीय नाबालिग सहेली के साथ रहकर काम करती थी।
26 मार्च की सुबह युवक का शव संदिग्ध हालत में प्रेमिका के किराए के मकान में मिला था। इसकी रिपोर्ट मृत युवक की बहन ने बलरामपुर थाने में दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस ने मृतक की प्रेमिका व उसकी नाबालिग सहेली को 27 मार्च को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की थी।
इस दौरान दोनों ने उसकी गला घोंटकर हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। इस मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है।
शारीरिक संबंध बनाने जिद में हत्या
पुलिस की पूछताछ में प्रेमिका ने बताया कि होली के दिन वीरेंद्र उसके किराए के मकान में आया था। इस दौरान वह उससे शारीरिक संबंध बनाने की जिद करने लगा। उसने बताया कि इससे पहले कभी उसने ऐसा नहीं किया था। जब उसने मना किया तो वह उसकी सहेली से जबरदस्ती करने लगा।
शारीरिक संबंध बनाने जिद में हत्या
पुलिस की पूछताछ में प्रेमिका ने बताया कि होली के दिन वीरेंद्र उसके किराए के मकान में आया था। इस दौरान वह उससे शारीरिक संबंध बनाने की जिद करने लगा। उसने बताया कि इससे पहले कभी उसने ऐसा नहीं किया था। जब उसने मना किया तो वह उसकी सहेली से जबरदस्ती करने लगा।
इसके बाद दोनों ने मिलकर नायलोन की रस्सी उसके गले में डाला और सीलिंग के पाइप में फंसाकर एक ओर से खींच दिया। इससे वह बेहोशी की हालत में आ गया। इसके बाद दोनों ने उसे कमरे से बाहर कर दिया। सुबह उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद उसने मोबाइल से इसकी जानकारी उसके एक परिचित युवक को दी थी।
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बहन को युवक के दोस्त ने दी जानकारी
युवक की मौत की जानकारी उसके एक दोस्त ने बहन को दी। उसने बताया कि उसके भाई को कुछ हो गया है, वह वार्ड क्रमांक 5 स्थित एक मकान में पड़ा हुआ है। जब बहन वहां पहुंची तो भाई की प्रेमिका व उसकी सहेली वहीं मौजूद थे। बहन ने बताया कि उसे युवती के साथ भाई के प्रेम प्रसंग की जानकारी थी।
कार्रवाई में बलरामपुर थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार त्रिपाठी, एसआई कृनेश्वर प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक शीपक रंजन शर्मा, प्रीति साहू, आरक्षक महेंद्र गुप्ता, शैलेंद्र तिवारी, शैलेष सिंह, अशोक तिर्की, गजेंद्र भगत, कृष्णा हालदार, माधुरी कुजूर, रमकल मार्को, सावित्री सोन्हा, सरोज बेक व सायबर सेल आरक्षक राजकमल सैनी, मंगल सिंह व प्रशांत भगत शामिल रहे।