गौरतलब है कि 3 अप्रैल को रामानुजगंज सहकारी केंद्रीय बैंक के 2 कर्मचारियों को विधायक वृहस्पति सिंह ने थप्पड़ व घुसे जड़े थे। इस मामले में जहां बैंक के कर्मचारी 2 दिनों के सामूहिक अवकाश पर चले गए थे, वहीं 5 अप्रैल को कांग्रेस द्वारा रामानुजगंज में किसान आक्रोश आंदोलन का आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम में ग्रामीणों के अलावा महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान उन्होंने पूर्व राज्यसभा सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता रामविचार नेताम के लिए ऐसे अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया, जिसे सभ्य समाज में सार्वजनिक रूप से नहीं कहा जा सकता। विधायक मंच की गरिमा को भी भूल गए। इस दौरान वहां मौजूद लोग तालियां बजाते हुए विधायक के समर्थन में नारे लगाते रहे।
ये हैं बोल के कुछ अंश
विधायक वृहस्पति सिंह ने मंच से कहा कि पत्नी से विवाद हुआ तो 2 झापड़ मारने के बाद पड़ोसी लगा पांय-पांय……। हमने कल चोरों को मारा तो रामविचार नेताम बलरामपुर में जाकर …. रहा था। रामविचार नेताम बैंक वालों से मिलकर चोरी के पैसे में हिस्सा लेता है। पिछले 15 साल से उसका आदत बना हुआ है। जरा सा भी बैंक वालों को बोलोगे न तो वह कांग्रेस का पुतला फूंकने लगता है। इसके बाद जो उन्होंने कहा, उसे लिखा नहीं जा सकता।
विवादों से रहा है पुराना नाता
विधायक वृहस्पति सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। वे हमेशा कुछ ऐसा करते रहते हैं जो सुर्खियां बन जाती है। 3 वर्ष पूर्व उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप में पोर्न वीडियो सेंड कर दिया था, बाद में उन्होंने मोबाइल चोरी की बात कही थी। पिछले साल ही उन्होंने बलरामपुर एसडीएम को मोबाइल पर गालियां दी थीं।
इसके अलावा अपने अंबिकापुर दौरे के दौरान जब उनकी गार्ड की गाड़ी पर हमला हुआ तो उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर हत्या कराने का आरोप लगाया था। फिर 3 दिन पूर्व ही उन्होंने बैंक के कर्मचारियों को थप्पड़ जड़ दिए थे।
एफआईआर कराएंगे
कार्यकर्ताओं ने थाने में आवेदन दिया है। हम एफआईआर कराएंगे। उन्होंने मर्यादाओं को लांघते हुए टिप्पणी की है। भगवान के घर देर है अंधेर नहीं।
रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री
कार्यकर्ताओं ने थाने में आवेदन दिया है। हम एफआईआर कराएंगे। उन्होंने मर्यादाओं को लांघते हुए टिप्पणी की है। भगवान के घर देर है अंधेर नहीं।
रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री