मामले का खुलासा करते हुए एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि थाना कोतवाली, मणिपुर, बतौली में अलग-अलग लोगों का एटीएम कार्ड बदल कर रुपए निकाले जाने के अपराध दर्ज थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर टीम का गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज व साइबर सेल से आवश्यक तकनीकी जानकारी प्राप्त कर संयुक्त टीम रांची झारखंड के लिए रवाना हुई थी।
ऑपरेशन साइबर क्लीन के तहत संयुक्त टीम द्वारा एटीएम अदला-बदली करने के मामले में शातिर आरोपी मुकेश कुमार सोनी निवासी धुर्वा रांची झारखण्ड के ठिकानों पर दबिश दी गई। दबिश की जानकारी लगते ही आरोपी ट्रक से लिफ्ट लेकर बिहार की ओर भाग रहा था। इस पर संयुक्त पुलिस टीम की सतर्कता एवं सजगता से 200 किमी पीछा कर घेराबंदी कर आरोपी को छतरपुर झारखण्ड में पकड़ा गया।
आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर उसने अपने एक सहयोगी जशपुर बगीचा निवासी सुनील दास के साथ रांची से कार से अम्बिकापुर आकर एटीएम बूथों पर लोगों की सहायता के दौरान एटीएम बदलने तथा बाद में रुपए आहरण करने की स्वीकार की।
इसके बाद पुलिस ने उसे व सहयोगी सुनील दास को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार, 1 मोटरसाइकिल, 32 नग एटीएम कार्ड, 4 नग मोबाइल, 1 जियो वाईफाई बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल दाखिल कर दिया है।
पैरोल मिलने के बाद हो गया था फरार
एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकेश सोनी काफी शातिर एवं आदतन अदमाश है। वह दिल्ली में एक कॉन्ट्रेक्टर की हत्या के मामले में दिल्ली जेल में 6 साल से निरुद्ध था। वर्ष 2019 में पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 10 हजार का नकद इनाम रखा था।
फरारी के पश्चात आरोपी इधर लगातार ठगी की घटना को अंजाम दे रहा था। वहीं वर्ष 2012 में आरोपी के खिलाफ अपने घर में नक्सली को शरण देने का भी अपराध दर्ज हुआ था। वह रांची जेल में 4 माह की सजा काट चुका है।
इस तरह करते थे धोखाधड़ी
एसपी ने बताया कि दोनों आरोपी सरगुजा संभाग में 25 से ज्यादा एटीएम कार्ड बदल कर धोखाधड़ी कर चुके हैं। वहीं सरगुजा जिले में उन्होंने 5 घटना को अंजाम दिया है। आरोपी अंबिकापुर आते थे और होटल में रुकते थे।
इसके बाद दिन में घुम-घुमकर गार्ड रहित एटीएम सेंटर को चिन्हित करते थे और जिस समय टीएम में कम लोग रहते थे, ये प्रवेश करते थे और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का सहयोग करने के नाम पर एटीएम कार्ड बदल लेते थे। इस दौरान पिन नंबर भी देख लेते थे। इसके बाद दूसरे एटीएम में जाकर रुपए निकाल लेते थे।
ये लोग हुए थे ठगी के शिकार
शहर के मिशन चौक निवासी प्रेमाकांत बघेल 24 नवंबर 2022 को चोपड़ापारा एटीएम में रुपए निकालने गई थी। इस दौरान आरोपी द्वारा कार्ड बदल कर इनके खाते से 80 हजार रुपए निकाल लिए गए थे। बतौली थाना क्षेत्र निवासी मुनेश्वरी बाई का भी एटीएम कार्ड बदल कर 25 फरवरी 2023 को 65 हजार रुपए आहरित कर लिए थे।
19 अगस्त 2022 को सूरजपुर जिले के प्रेमनगर क्षेत्र में कीर्ति टोप्पो के खाते से 30 हजार 500 व 27 फरवरी 2023 को किरण तिर्की निवासी नमनाकला का एटीएम कार्ड बदल कर 10 हजार रुपए निकाल लिए थे। प्रार्थियों ने संबंधित थाना क्षेत्रों में अपराध दर्ज कराई थी।
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आरोपी 50 लाख की लागत से बनवा रहा था घर
मुख्य आरोपी मुकेश लोगों से धोखाधड़ी कर रांची में 50 लाख का घर बनवा रहा था। धोखाधड़ी का काम करने में आसानी हो इसलिए उसने पत्नी को अलग किराए के मकान में रांची में ही रखा था और स्वयं भी अलग किराए के घर में रहता था। धोखाधड़ी की रकम जमा करने के लिए पत्नी के बैंक खाते का उपयोग करता था।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक धीरेन्द्र दुबे, थाना प्रभारी कोतवाली उप निरीक्षक रूपेश नारंग, थाना प्रभारी मणिपुर उप निरीक्षक प्रमोद पाण्डेय, उप निरीक्षक अनीता आयाम, सहायक उप निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, पन्नालाल, महिला आरक्षक स्मिता रागिनी, आरक्षक संजीव चौबे, सत्येंद्र दुबे, रुपेश महंत, अनुज जायसवाल, जितेश साहू, मनीष सिंह, विरेंद्र पैकरा व रमेश प्रसाद शामिल रहे। वहीं एसपी ने टीम को 5 हजार रुपए नकद व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।